नई दिल्ली, 19 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश के 10 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से स्वच्छ जल की सुविधा उपलब्ध कराई गई है और इस कड़ी में मात्र तीन वर्षों के दौरान सात करोड़ ग्रामीण घरों को नल से पानी से पहुंचाया गया। शुक्रवार को पणजी में जल जीवन मिशन के तहत ‘हर घर जल उत्सव’ कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं।
पीएम मोदी ने गोवा को ‘हर घर जल’ वाला पहला राज्य और दादरा नगर हवेली तथा दमन और दीव को पहले केंद्रशासित प्रदेश बनने के लिए बधाई दी। इस अवसर पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की प्रमुख उपस्थिति रही।
आजादी के सात दशक के बाद सिर्फ 3 करोड़ घरों में ही यह सुविधा थी
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि मात्र तीन वर्षों में सात करोड़ ग्रामीण घरों को नल से पानी से पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि अमृतकाल की इससे बेहतर शुरुआत नहीं हो सकती। आजादी के सात दशक के बाद केवल तीन करोड़ घरों में ही यह सुविधा थी।
पीएम मोदी ने अमृतकाल में विशाल लक्ष्य और महत्पूर्ण उपलब्धियों को देशवासियों के साथ गर्व से साझा किया। उन्होंने कहा कि हर घर में पानी पहुंचाने के सरकार के अभियान की यह बड़ी सफलता है। यह ‘सबका प्रयास’ का एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने लोगों, सरकार और स्थानीय स्वशासन संस्थानों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द ही कई राज्य इस सूची में शामिल हो जाएंगे।
विभिन्न राज्यों में एक लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं
प्रधानमंत्री ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों में एक लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले देश को खुले में शौच मुक्त घोषित किए जाने के बाद, अगला संकल्प सामुदायिक शौचालय, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, गंदे पानी की निकासी, गोवर्धन परियोजनाओं और गांवों के लिए खुले में शौच से मुक्त का दर्जा हासिल करना था।
विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में पानी की कमी बन सकती है बड़ी बाधा
दुनिया में जल संरक्षण की चुनौती का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में पानी की कमी एक बड़ी बाधा बन सकती है। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार पिछले आठ वर्षों से जल संरक्षण की परियोजनाओं पर लगातार काम कर रही है। हम सभी को राष्ट्र निर्माण के लिए काम करना है, इसलिए सरकार मौजूदा और भविष्य की चुनौतियों पर काम कर रही है। जिन्हें देश की परवाह नहीं है, उन्हें देश का वर्तमान या भविष्य खराब नहीं करना चाहिए। ऐसे लोग बड़ी-बडी बातें तो जरूर करते हैं, लेकिन पानी के लिए बड़े संकल्प के साथ कभी काम नहीं कर सकते।’