बाड़मेर, 12 अप्रैल। लोकसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान कि तिथि (19 अप्रैल) नजदीक आने के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान चरम पर है। इस क्रम में सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच ही सर्वाधिक आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो हर चुनावी रैली में इंडी गठबंधन, विशेष रूप से कांग्रेस को निशाना बनाने से तनिक भी नहीं चूक रहे और शुक्रवार को राजस्थान में बाड़मेर की चुनावी रैली में भी वह उसी आक्रामक तेवर में दिखे।
कांग्रेस की सोच ही विकास विरोधी है
पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा, ‘कांग्रेस की सोच ही विकास विरोधी है। ये लोग देश के सीमावर्ती गांवों को देश के आखिरी गांव कहते हैं। ये सीमावर्ती ज़िलों को और सीमावर्ती गांवों को जान बूझकर विकास से वंचित रखते थे और कहते थे कि सीमा के पास विकास होगा तो दुश्मन देश के भीतर आकर कब्जा करने की संभावना बढ़ जाएगी। क्या हम इतने बुजदिल हैं कि हम बढ़िया रास्ते बनाएंगे तो दुश्मन उसपर चढ़ जाएगा। हम सीमावर्ती गांवों को आखिरी नहीं देश का प्रथम गांव मानते हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ’70 वर्षों तक किसी ने इन माताओं और बहनों की नहीं सुनीं। जब आपने आपके बेटे मोदी को सेवा करने का मौका दिया, मैंने जल जीवन मिशन शुरू करके इस त्रासदी को खत्म करने का बीड़ा उठाया। हमने राजस्थान के 50 लाख घरों तक पानी पहुंचाया है। लेकिन जितने दिन राजस्थान में कांग्रेस सरकार रही, उसने जल जीवन मिशन में भी जमकर भ्रष्टाचार किया।’
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर संविधान को लेकर भी झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘ये 400 सीट की बात इसलिए हो रही है कि आपने दस साल अच्छे काम करने से मुझे रोकने की कोशिश की है। देश आपको सजा देना चाहता है।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘जहां तक संविधान का सवाल है, तो लिखकर ले लीजिए कि बाबा साहेब आंबेडकर खुद आ जाएं तो भी संविधान खत्म नहीं कर सकते। हमारा संविधान हमारे लिए गीता है, रामायण है, बाइबल है, कुरान है। यह चुनाव लोकतंत्र को मजबूत करने का चुनाव है। कांग्रेस ने पांच दशक से ज्यादा देश पर हुकूमत की, लेकिन उसने किसी भी समस्या का ठीक से समाधान दिया हो, ऐसा नहीं हुआ।’