नई दिल्ली/अयोध्या, 25 अक्टूबर। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए अधिकृत रूप से निमंत्रित किया। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह अगले वर्ष 22 जनवरी को होने की उम्मीद है।
नए मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी
पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं और यह उनका सौभाग्य है कि वह अपने जीवनकाल में, इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे। प्रधानमंत्री ने उन्हें मिले निमंत्रण के बारे में पोस्ट में लिखा, ‘जय सियाराम! आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है। मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में, मैं इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनूंगा।’
जय सियाराम!
आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है।
मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा… pic.twitter.com/rc801AraIn
— Narendra Modi (@narendramodi) October 25, 2023
प्रधानमंत्री ने ट्रस्ट के पदाधिकारियों की एक तस्वीर भी पोस्ट की, जिसमें वे उन्हें निमंत्रण पत्र देते नजर आ रहे हैं। ट्रस्ट उस स्थान पर मंदिर के निर्माण की अध्यक्षता कर रहा है, जहां भक्तों का मानना है कि भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के साथ चंपत राय प्रधानमंत्री से मिले। अयोध्या पधारने का औपचारिक निमंत्रण पत्र प्रस्तुत किया गया। पीएम मोदी ने सहज स्वीकृति प्रदान की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा था कि 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। उन्होंने आमजन से इस अवसर का जश्न मनाने के लिए देशभर के मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित करने को कहा।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बन रहे नए मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होगी। पीएम मोदी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। देश के 4000 संत महात्मा एवं समाज के 2500 प्रतिष्ठित महानुभाव इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे।