रियो डी जेनेरियो, 6 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को रियो डी जेनेरियो के म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट पहुंचे, जहां उनका ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला द सिल्वा ने गर्मजोशी से स्वागत किया। ब्राजील की अपनी चौथी यात्रा में पीएम मोदी 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
Grateful to President Lula for hosting this year’s BRICS Summit in Rio de Janeiro.
BRICS remains a powerful force for economic cooperation and global good.@LulaOficial pic.twitter.com/4suQE0BIWj
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2025
शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी वैश्विक शासन प्रणाली में सुधार, शांति और सुरक्षा, बहुपक्षवाद, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जिम्मेदारी भरा उपयोग, जलवायु परिवर्तन, वैश्विक स्वास्थ्य और आर्थिक मुद्दों पर अन्य नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे। रविवार को सम्मेलन की शुरुआत ‘वैश्विक शासन प्रणाली में सुधार’ विषय पर चर्चा से हुई, जिसमें केवल पूर्ण सदस्य देशों ने भाग लिया।
At the BRICS Summit in Rio de Janeiro, Brazil, addressed the session on ‘Peace and Security and Reform of Global Governance.’ Expressed my views on why the voice of the Global South is more important than ever before and why it’s essential that global institutions provide… pic.twitter.com/XNqG8v1BXk
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2025
‘ब्रिक्स को उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग का एक अहम मंच मानता है भारत’
प्रधानमंत्री मोदी ने एक X पोस्ट में कहा, ‘एक संस्थापक सदस्य के रूप में भारत ब्रिक्स को उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग का एक अहम मंच मानता है। हम एक शांतिपूर्ण, न्यायसंगत, लोकतांत्रिक और संतुलित बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की दिशा में साथ काम कर रहे हैं। इस शिखर सम्मेलन के दौरान मैं कई वैश्विक नेताओं से भी मुलाकात करूंगा। यह यात्रा भारत-ब्राजील साझेदारी को मजबूत करने और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।’
ब्रिक्स समिट की थीम – ‘समावेशी और टिकाऊ शासन के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग को सशक्त बनाना’
गौरतलब है कि पिछला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन अक्टूबर, 2024 में रूस के कजान शहर में हुआ था, जिसमें पीएम मोदी ने वैश्विक चुनौतियों जैसे युद्ध, जलवायु संकट और साइबर खतरों पर चिंता जताई थी। इस बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की थीम : ‘समावेशी और टिकाऊ शासन के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग को सशक्त बनाना’ है। रविवार को पहले दिन तीन मुख्य विषयों – वैश्विक शासन प्रणाली में सुधार, शांति एवं सुरक्षा, बहुपक्षवाद, आर्थिक एवं वित्तीय विषय और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चर्चा होगी। इसके बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लूला एक आधिकारिक स्वागत समारोह की मेजबानी करेंगे।
सम्मेलन के अंतिम दिन सोमवार को पर्यावरण, COP30 और वैश्विक स्वास्थ्य पर चर्चा की जाएगी। यह सम्मेलन भारत के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि 2026 में भारत ब्रिक्स अध्यक्षता ग्रहण करेगा। भारत ने पिछली बार 2021 में अध्यक्षता की थी, जब ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ भी मनाई गई थी। भारत लगातार वैश्विक दक्षिण की आवाज को मजबूत करने और विकासशील देशों के हितों को वैश्विक मंचों पर आगे रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
ब्रिक्स समिट के बाद ब्रासीलिया में एक द्विपक्षीय राजकीय यात्रा भी करेंगे
दरअसल, यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी के पांच देशों के दौरे का चौथा चरण है। वह शनिवार की शाम अर्जेंटीना की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर ब्राजील पहुंचे। पीएम मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद ब्रासीलिया में एक द्विपक्षीय राजकीय यात्रा भी करेंगे। इसके बाद वह नौ जुलाई को नामीबिया के दौरे के साथ अपनी आठ दिवसीय विदेश यात्रा का समापन करेंगे।

