नई दिल्ली, 2 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महान भारतीय क्रिकेटर सलीम दुर्रानी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व क्रिकेट में भारत के उत्थान में उनका अहम योगदान रहा। 1960 के दशक के दिग्गज क्रिकेटर दुर्रानी का 88 वर्ष की उम्र में रविवार को निधन हो गया।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया,‘सलीम दुर्रानी जी महान क्रिकेटर थे और अपने आप में एक संस्थान थे। उन्होंने विश्व क्रिकेट में भारत के उत्थान में अहम योगदान दिया। मैदान के भीतर और बाहर वह अपनी शैली के लिए जाने जाते थे। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और मित्रों को सांत्वना। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’
Salim Durani Ji had a very old and strong association with Gujarat. He played for Saurashtra and Gujarat for a few years. He also made Gujarat his home. I have had the opportunity to interact with him and was deeply impressed by his multifaceted persona. He will surely be missed.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 2, 2023
गुजरात के साथ दुर्रानी के करीबी और मजबूत संबंधों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कई साल गुजरात और सौराष्ट्र के लिए खेला और प्रदेश में अपना घर भी बनाया। उन्होंने कहा, ‘मुझे उनसे बात करने का मौका मिला और मैं उनकी बहुमुखी प्रतिभा से काफी प्रभावित रहा। उनकी कमी निश्चित तौर पर खलेगी।’
I had the opportunity to interact with the great Salim Durani Ji on various occasions. One such occasion was in January 2004 at a programme in Jamnagar, in which a statue of the great cricketer Vinoo Mankad Ji was inaugurated. Here are some memories from the programme. pic.twitter.com/alESpsVCcx
— Narendra Modi (@narendramodi) April 2, 2023
प्रशंसकों की मांग पर छक्का जड़ने के लिए जाने जाते थे दुर्रानी
गौरतलब है कि फिल्म के किसी नायक की तरह आकर्षक दिखने वाले और खुशमिजाज व्यक्तित्व के धनी सलीम दुर्रानी अपने समय में प्रशंसकों की मांग पर छक्का जड़ने के लिए जाने जाते थे।
अपने छोटे भाई जहांगीर दुर्रानी के साथ गुजरात के जामनगर में रह रहे दुर्रानी का इसी वर्ष जनवरी में जांघ की हड्डी टूट जाने के बाद ऑपरेशन हुआ था। काबुल में जन्मे दुर्रानी न केवल अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे बल्कि वह बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज भी थे। उन्होंने 29 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने 1961-62 में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की 2-0 से जीत में अहम भूमिका निभाई थी।