नई दिल्ली, 13 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रातः काल फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा पर रवाना हो गए। पीएम मोदी पालम वायुसैनिक हवाई अड्डे से विशेष विमान से पेरिस के लिए रवाना हुए जहाँ वह फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस बास्तील दिवस की परेड में बतौर विशिष्ट अतिथि भाग लेंगे। वह स्थानीय समयानुसार दोपहर साढ़े 12 बजे पेरिस पहुंचेंगे।
प्रधानमंत्री ने यात्रा पर रवाना होने से पहले अपने वक्तव्य में कहा कि उनकी फ्रांस की यात्रा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर हो रही है। उन्होंने कहा, “यह यात्रा विशेष है क्योंकि मैं फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस, या पेरिस में बास्तील दिवस समारोह में सम्मानित अतिथि के रूप में राष्ट्रपति मैक्रों के साथ शामिल होऊंगा। भारतीय सशस्त्र सैन्य बलों का एक दल बास्तील दिवस परेड का हिस्सा होगा, जबकि भारतीय वायु सेना के विमान इस अवसर पर फ्लाई-पास्ट करेंगे।”
उन्होंने कहा कि इस वर्ष हमारी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ है। गहरे विश्वास और प्रतिबद्धता में निहित, हमारे दोनों देश रक्षा, अंतरिक्ष, नागरिक परमाणु, ब्ल्यू इकोनॉमी, व्यापार, निवेश, शिक्षा, संस्कृति और लोगों से लोगों के संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में निकटता से सहयोग करते हैं। हम क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी मिलकर काम करते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं राष्ट्रपति मैक्रों से मिलने और अगले 25 वर्षों में इस दीर्घकालिक और समय-परीक्षणित साझीदारी को आगे बढ़ाने पर व्यापक चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं। 2022 में फ्रांस की मेरी आखिरी आधिकारिक यात्रा के बाद से मुझे राष्ट्रपति मैक्रों से कई बार मिलने का अवसर मिला है, हाल ही में उनसे मई 2023 में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान हिरोशिमा, जापान में मुलाकात हुई थी।”
पीएम मोदी ने कहा, “मैं राष्ट्रपति सहित फ्रांसीसी नेतृत्व – फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न, सीनेट के अध्यक्ष जेरार्ड लार्चर, और नेशनल असेंबली की अध्यक्ष येल ब्रौन-पिवेट के साथ अपनी बातचीत के लिए भी उत्सुक हूं।” उन्होंने कहा,“अपनी यात्रा के दौरान, मुझे जीवंत भारतीय समुदाय, दोनों देशों के प्रमुख सीईओ के साथ-साथ प्रमुख फ्रांसीसी हस्तियों से मिलने का अवसर मिलेगा। मुझे विश्वास है कि मेरी यात्रा हमारी रणनीतिक साझीदारी को नई गति प्रदान करेगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह 15 जुलाई को पेरिस से यूएई में आबू धाबी, की यात्रा करूंगा। जहां वह अपने मित्र यूएई के राष्ट्रपति और आबू धाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे दोनों देश व्यापार, निवेश, ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, फिनटेक, रक्षा, सुरक्षा और लोगों के बीच मजबूत संबंधों जैसे व्यापक क्षेत्रों में जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा, “पिछले साल, राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद और मैं हमारी साझेदारी के भविष्य पर एक रोडमैप पर सहमत हुए थे, और मैं उनके साथ इस बात पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं कि हमारे संबंधों को और गहरा कैसे किया जाए।”
उन्होंने कहा कि यूएई इस साल के अंत में यूएनएफसीसीसी (सीओपी-28) के 28वें सम्मेलन की मेजबानी करेगा। उन्होंने कहा, “मैं ऊर्जा परिवर्तन और पेरिस समझौते के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने के लिए जलवायु कार्रवाई में तेजी लाने की दिशा में वैश्विक सहयोग को मजबूत करने पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए भी उत्सुक हूं।” प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यूएई की उनकी यात्रा हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी में एक नए अध्याय की शुरुआत करेगी।