नई दिल्ली, 22 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को धनतेरस के मौके पर ‘रोजगार मेले’ का शुभारंभ किया। इस रोजगार मेले का मकसद देशभर में 10 लाख सरकारी पदों पर अगले एक साल में भर्ती किया जाना है। इसके तहत हर महीने 75,000 से ज्यादा पात्र लोगों की भर्ती की जाएगी। इस रोजगार मेले में पहले चरण की 75,000 भर्तियां हो चुकी हैं।
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 75 हजार पात्र लोगों को नियुक्ति पत्र देकर इस मेले की शुरुआत की। रोजगार मेले के तहत विभिन्न सरकारी एजेंसियां जैसे कि SSC, UPSC, Railway इत्यादि समयबद्ध तरीके से इन भर्तियों को पूरा करेंगी। गौरतलब है कि बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर बना हुआ है। कांग्रेस ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तीन मुद्दों में एक मुद्दा ‘बेरोजगारी’ को भी रखा है।
एनडीए शासित सरकारें भी आयोजित करेंगी रोजगार मेला
पीएम मोदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि भाजपा और राजग (एनडीए) के शासन वाली राज्य सरकारें और केंद्रशासित प्रदेशों में भी इसी तरह के रोजगार मेले आयोजित किए रहे हैं। दादरा और नागर हवेली, दमण और दीव, जम्मू-कश्मीर और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में इसी तरह के रोजगार मेले आयोजित किए जाने हैं। यहां हजारों लोगों को आने वाले कुछ ही दिनों में नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।
पीएम मोदी ने 10 वर्ष पहले के हालात की चर्चा की और कहा कि आज सरकारी तंत्र में बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में कार्य संस्कृति बदल रही है। उन्होंने स्किल इंडिया अभियान के तहत एक करोड़ से अधिक युवाओं को स्किल्ड बनाए जाने की जानकारी दी और ये स्वयं सहायता समूह, खादी की रोजगार देने में भूमिका की भी चर्चा की।
देश आत्मनिर्भर बनने की राह पर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए हम आत्मनिर्भर भारत के रास्ते पर चल रहे हैं। इसमें हमारे Innovators, Entrepreneurs, उद्यमियों, किसानों, Services और Manufacturing से जुड़े साथियों की बड़ी भूमिका है। आज भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। 7-8 साल के भीतर हमने 10वें नंबर से 5वे नंबर तक की छलांग लगाई है। यह इसलिए संभव हो पा रहा है कि बीते आठ वर्षों में हमने देश की अर्थव्यवस्था की उन कमियों को दूर किया है, जो रुकावटें पैदा करती थीं।
कौशल विकास अभियान ने की मदद
पीएम मोदी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत देश के युवाओं को उद्योगों की जरूरतों के हिसाब से ट्रेनिंग देने का बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। इसके तहत अब तक सवा करोड़ से अधिक युवाओं को स्किल इंडिया अभियान की मदद से ट्रेन किया जा चुका है। इन वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग में एक करोड़ से अधिक रोजगार बने हैं। इसमें भी बड़ी संख्या में हमारी बहनों की हिस्सेदारी है।’
स्टार्टअप भी दे रहे रोजगार
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप इंडिया अभियान ने तो देश के युवाओं के सामर्थ्य को पूरी दुनिया में स्थापित कर दिया है। साल 2014 तक जहां देश में कुछ सौ ही स्टार्टअप थे, आज ये संख्या 80 हजार से अधिक हो चुकी है। एक आयातक से भारत निर्यातक की भूमिका में आ रहा है। अनेक सेक्टर में भारत ग्लोबल हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।