Site icon hindi.revoi.in

पीएम मोदी ने युवाओं के लिए लॉन्च किया क्रैश कोर्स, 2-3 माह में तैयार होंगे एक लाख कोरोना योद्धा

Social Share
FacebookXLinkedinInstagramTelegramWhatsapp

नई दिल्ली, 18 जून। देश में व्याप्त कोविड-19 महामारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक लाख से अधिक कोरोना योद्धाओं के लिए विशेष रूप से तैयार एक ‘क्रैश कोर्स’ कार्यक्रम की शुरुआत की। साथ ही आमजन के सचेत किया कि कोरोना वायरस अब भी मौजूद है और इसके खिलाफ लड़ाई में अपनी तैयारियों को और अधिक बढ़ाना होगा।

स्किल इंडिया अभियान के तहत इस दौरान कुल छह क्रैश कोर्स लॉन्च किए गए। इनमें बेसिक केयर सहायक, एडवांस केयर सहायक, होम केयर सहायक, आपातकालीन केयर सहायक, सैंपल कलेक्शन सहायक और चिकित्सा उपकरण सहायक के कोर्स शामिल हैं। इस शुभारंभ के साथ 26 राज्यों के 111 प्रशिक्षण केंद्रो में इस कार्यक्रम की शुरूआत हुई है।

वायरस अब भी हमारे बीच, इससे निबटने की तैयारियां बढ़ानी होंगी

पीएम मोदी ने इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना योद्धाओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम एक लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स को तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं। वायरस हमारे बीच अब भी है और इसके मयूटेट (रूप बदलने) होने की आशंका है। इसलिए हर इलाज और सावधानी के साथ आने वाली चुनौतियों से निबटने के लिए हमें देश की तैयारियों को बढ़ाना होगा। इसी लक्ष्य के साथ देश में एक लाख फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर तैयार करने का महाअभियान शुरू हो रहा है।’

प्रधानमंत्री ने बताया कि शीर्ष विशेषज्ञों ने यह ‘क्रैश कोर्स’ तैयार किया है, यह दो-तीन महीनों में पूरा हो जाएगा और कोविड-19 से लड़ने के लिए लोगों को प्रशिक्षित करेगा। जीवनदायिनी ऑक्सीजन को लेकर उन्होंने कहा, ‘इसके 1,500 से अधिक संयंत्र तैयार करने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है, हर जिले में संयंत्र स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘इस महामारी ने दुनिया के हर देश, हर संस्था, हर समाज, हर परिवार, हर इंसान के सामर्थ्य को बार-बार परखा है। वहीं इस महामारी ने साइंस, सरकार, समाज, संस्था और व्यक्ति के रूप में हमें अपनी क्षमताओं का विस्तार करने के लिए सतर्क भी किया है। कोरोना की दूसरी लहर में हम लोगों ने देखा कि इस वायरस का बार-बार बदलता स्वरूप किस तरह की चुनौतियां हमारे सामने ला सकता है।’

दो लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर भी मिलेगा

प्राप्त जानकारी के अनुसा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत मुफ्त ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अलावा मानदेय और प्रमाणित उम्मीदवारों को दो लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिलेगा। इसके कोर्स के लिए 273 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों में काम कर सकेंगे।

Exit mobile version