नई दिल्ली, 1 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्वच्छ भारत मिशन-शहरी तथा शहरों में बदलाव के लिए अटल मिशन-अमृत के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। इन अभियानों का उद्देश्य सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाना और सुरक्षित जलापूर्ति की व्यवस्था करना है। यह मिशन तेजी से हो रहे शहरीकरण की चुनौतियों से निबटने की दिशा में सार्थक प्रयास हैं। इनसे सतत विकास लक्ष्य 2030 के तहत निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी।
We are committed to ensuring cleaner and better urban spaces. Watch my speech. https://t.co/5rP37YGogd
— Narendra Modi (@narendramodi) October 1, 2021
स्वच्छता मिशन में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी आवश्यक
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान और अमृत मिशन का अगला चरण शहरों में जीवन को सुगम बनाने के डॉक्टर बी.आर. आम्बेडकर के सपने को पूरा करने की दिशा में ठोस कदम है। उन्होंने राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासनों से स्वच्छता मिशन में सक्रियता से भाग लेने की अपील की।
भारत में प्रतिदिन लगभग एक लाख टन कचरे का प्रसंस्करण
उन्होंने कहा कि भारत में लगभग एक लाख टन कचरे का प्रतिदिन प्रसंस्करण होता है। वर्ष 2014 में कुल कचरे का 30 प्रतिशत से भी कम हिस्सा प्रसंस्कृत होता था, जबकि मौजूदा समय में 70 प्रतिशत का प्रसंस्करण होता है।
शहरी विकास के लिए सरकार ने आवंटित किए हैं 4 लाख करोड़
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने शहरी विकास के लिए लगभग चार लाख करोड रुपये आवंटित किये हैं। उन्होंने कहा कि देश में मल-जल को उपचारित करने का स्तर बढने से नदियों को स्वच्छ बनाने में भी मदद मिलेगी।
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सफाई कर्मचारी ही स्वच्छ भारत मिशन के असली नायक
सफाई कर्मचारियों की सेवाओं की सराहना करते हुए पीएम ने कहा कि वे स्वच्छ भारत मिशन के असली नायक हैं। देश ने कोरोना संक्रमण के कठिन दौर में इनका योगदान देखा है। इस अवसर पर आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और जल शक्ति गजेन्द्र सिंह शेखावत भी उपस्थित थे।