Site icon hindi.revoi.in

जलपाईगुड़ी में TMC पर बरसे पीएम मोदी – ‘वे चाहते हैं, उन्हें आतंक का लाइसेंस मिले’

Social Share

जलपाईगुड़ी, 7 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक चुनावी रैली को संबोधित किया और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर जमकर प्रहार किया।

इस चुनाव में टीएमसी को सबक सिखाना जरूरी

पीएम मोदी ने रैली में जुटी भीड़ से अपील की कि इस चुनाव में टीएमसी को सबक सिखाना जरूरी है। एक-एक पोलिंग बूथ में टीएमसी की जमानत जब्त होनी चाहिए। टीएमसी चाहती है कि उसके भ्रष्ट्राचारियों नेता को आतंक का लाइसेंस मिले। यहां केंद्र की जांच एजेंसी आती है तो उन पर हमले करवाती है।

‘जिन लोगों ने भ्रष्टाचार करके पैसा जमा किया है, वे पैसे मैं गरीबों को लौटाऊंगा

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘टीएमसी संविधान को कुचलने वाली पार्टी है। संदेशखाली में क्या हुआ, पूरा देश जान चुका है। माताओं-बहनों के साथ अत्याचार हुआ। हालात यह है कि हर मामले में यहां कोर्ट को दखल देना पड़ता है। यहां टीएमसी के सिंडिकेट का राज है। क्या संदेशखाली के अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए या नहीं? उनकी जिंदगी जेलों में जानी चाहिए या नहीं। क्या राशन घोटाला, टीचर घोटाला करने वालों को सजा मिलनी चाहिए या नहीं? मैं आज बंगाल की धरती से गारंटी देता हूं। जिन लोगों ने भ्रष्टाचार करके पैसा जमा किया है, वे पैसे मैं गरीब लोगों को लौटाऊंगा।’

‘देश के हर गरीब का सशक्तिकरण भाजपा सरकार की प्राथमिकता

उन्होंने कहा, ‘कुछ दिन पहले ही जलपाईगुड़ी में तूफान से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। देश के हर गरीब का सशक्तिकरण भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। लेकिन गरीब कल्याण की मोदी की योजनाओं पर यहां की टीएमसी सरकार ब्रेक लगा देती है।’

‘मोदी ने 10 साल में जो विकास कार्य किया है, वो सिर्फ ट्रेलर

पीएम मोदी ने कहा, ‘टीएमसी सरकार ने चाय बगानों को अपने हाल पर छोड़ दिया है। इसलिए इस चुनाव में टीएमसी को सबक सिखाना जरूरी है। हमारी सरकार की योजनाओं ने गरीब के जीवन को आसान बनाया है। हमने गरीब का स्वाभिमान लौटाया है, उसका गौरव बढ़ाया है। मोदी ने 10 साल में जो विकास कार्य किया है, वो सिर्फ ट्रेलर है। अभी हमें देश को बहुत आगे ले जाना है, हमें भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाना है।’

Exit mobile version