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पीएम मोदी ने वाराणसी में रखी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला, बोले – ‘जो खेलेगा, वही खिलेगा’

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वाराणसी, 23 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शनिवार को यहां गंजारी में 451 करोड़ रुपये की लागत से 30 एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखी और कहा कि खेलों को लेकर अब समाज की सोच बदल चुकी है। अब देश का मिजाज ऐसा बना है कि जो खेलेगा, वही खिलेगा।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष रोजर बिन्नी व सचिव जय शाह के अलावा सचिन तेंदुलकर, रवि शास्त्री, दिलीप वेंगसरकर एवं गुंडप्पा विश्वनाथ सहित कई पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सितारों की मौजूदगी में स्टेडियम के शिलान्यास के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप लोगों के बिना काशी में कोई भी कार्य सिद्ध नहीं हो सकता। आपके आशीर्वाद से काशी के कायाकल्प के लिए नए अध्याय लिखते रखते रहेंगे। आप सभी को क्रिकेट की बधाई देता हूं।

यह यूपी का पहला स्टेडियम है, जिसमें बीसीसीआई का भी सहयोग होगा

पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया के नए-नए देश क्रिकेट खेलने के लिए आगे आ रहे हैं। आने वाले समय में क्रिकेट मैचों की संख्या बढ़ने जा रही है। क्रिकेट मैच बढ़ेंगे तो स्टेडियम की जरूरत भी होगी। पूरे पूर्वांचल का चमकता सितारा होगा। यह यूपी का पहला स्टेडियम होगा, जिसमें बीसीसीआई भी का सहयोग होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब खेल का इंफ्रास्ट्रक्चर बनता है तो केवल खेल ही नहीं, सभी को फायदा होता है। इससे होटल वालों, दुकानदारों, रिक्शा, नाव चलाने वालों को सभी को फायदा होता है। स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के नए अवसर पैदा होते हैं। हमारे युवा स्पोर्ट्स से जुड़ी पढ़ाई कर सकेंगे। एक समय था, जब माता पिता बच्चों इस बात के लिए डांटते थे, हमेशा खेलते रहोगे क्या। अब समाज की सोच बदली है। अब माता-पिता भी स्पोर्ट्स को लेकर गंभीर हुए हैं। अब देश का मिजाज ऐसा बना है कि जो खेलेगा, वही खिलेगा।’

सिगरा स्टेडियम में 50 से अधिक खेल सुविधाओं का होगा विकास

प्रधानमंत्री ने कहा कि वाराणसी के युवाओं को उच्चस्तरीय खेल सुविधा देना है। सिगरा स्टेडियम पर भी 400 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 50 से अधिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।

नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में खेल को किया शामिल

उन्होंने कहा कि नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में खेल को उसी कैटेगरी में रखा गया है जैसे साइंस, मैथ हो। पहले एक्स्ट्रा एक्टिविटी में रखा जाता था। अब खेल को प्रमुख विषय की तरह पढ़ाया जा रहा है। स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनी है। यूपी में भी हजारों करोड़ रुपये खेल की सुविधाओं के विस्तार पर खर्च किया जा रहा है। यह न सिर्फ खेलों के लिए बल्कि देश की साख के लिए भी महत्वपूर्ण है।

देश के कोने-कोने में खेल प्रतिभाएं खोज रही सरकार

पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे छोटे शहरों में टैलेंट है। इन्हें ज्यादा से ज्यादा मौके देने के लिए खेल इंडिया से देश के कोने कोने में टैलेंट की खोज हो रही है। उनके लिए सरकार हर कदम उठा रही है। आज यहां कई खिलाड़ी मौजूद हैं। इन लोगों ने स्पोर्ट्स में देश का नाम किया है। आज खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए अच्छे कोच और कोचिंग का होना बहुत जरूरी है। सरकार अच्छी कोचिंग की व्यवस्था भी कर रही है। जो खिलाड़ी बड़ी प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर आते हैं, उन्हें कोच बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। गांव-गांव में आधुनिक खेलों के लिए मौके दे रही है। अब देश के हर कोने में खिलाड़ियों को सुविधाएं देने की कोशिश हो रही है। खेलों इंडिया के तहत स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। उसका लाभ बेटियों को होगा।

गंजारी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की खासियत

गंजारी में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की बात करें तो इस स्टेडियम की वास्तुकला भगवान शिव से प्रेरणा लेती है, जिसमें अर्धचंद्राकार छत कवर,  डमरूनुमा मीडिया सेंटर, त्रिशूल के आकार की फ्लड लाइट और घाट की सीढ़ी की तरह बैठने की व्यवस्था के लिए डिजाइन बनाए गए हैं। स्टेडियम की क्षमता 30,000 दर्शकों की होगी। यह स्टेडियम दो वर्षों में बनकर तैयार होगा।

ये क्रिकेट हस्तियां रहीं मौजूद

कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ मंच पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह व उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के अलावा पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तानों – सुनील गावस्वकर, कपिल देव, रवि शास्त्री व सचिन तेंदुलकर के साथ गुंडप्पा विश्वनाथ, दिलीप वेंगसरकर व मदन लाल सहित अन्य उपस्थित थे।