नई दिल्ली, 6 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को शिक्षकों के साथ संवाद किया। दरअसल, पीएम मोदी इस बार ‘शिक्षक दिवस’ के अवसर पर ब्रुनेई और सिंगापुर के दौरे पर थे। ऐसे में वहां से लौटने के पश्चात आज शुक्रवार के दिन उन्होंने शिक्षकों के साथ मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी के साथ बातचीत करते हुए कई शिक्षकों ने उनके साथ अपने विचार साझा किए।
• देश के निर्माण में शिक्षकों की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका
याद हो, पीएम मोदी ने पिछले वर्ष कहा था कि शिक्षकों के अंदर वो ताकत होती है कि वो पूरी पीढ़ी का निर्माण कर सकते हैं और देश के निर्माण में शिक्षकों की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है।
• पीएम मोदी इस सालाना कार्यक्रम के तहत शिक्षकों के साथ करते हैं मुलाकात
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी इस सालाना कार्यक्रम के तहत शिक्षकों के साथ मुलाकात करते हैं। साथ ही इस क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाता है।
• शिक्षकों को विकसित भारत के अपने विजन के साथ जोड़ने पर देते रहे हैं योगदान
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी शिक्षकों को अपने विजन के साथ जोड़ते हुए विकसित भारत के निर्माण में उनकी भूमिका पर अपना योगदान देते रहे हैं।
• नई शिक्षा नीति के बाद में स्किल डेवलपमेंट पर सरकार का बड़ा फोकस
उल्लेखनीय है कि नई शिक्षा नीति के बाद में स्किल डेवलपमेंट पर सरकार का बहुत बड़ा फोकस है। ऐसे में शिक्षा के साथ-साथ कैसे लोगों को एम्पलॉयबल बनाया जाए और शिक्षा नीति में क्या परिवर्तन किए जाएं साथ ही साथ शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के अनुरूप कैसे अलाइन किया जाए, उस पर लगातार सरकार काम कर रही है।
• पीएम मोदी की शिक्षकों के लिए रहती है यही कोशिश…
इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षकों को सेंसेटाइज करने की कई मौकों पर कोशिश की है। वे इस बात को शिक्षकों तक हमेशा पहुंचाते रहे हैं कि कैसे सरल और सहज तरीके से शिक्षा नीति को लागू करना, एक सहज संवाद स्थापित करना, छात्रों के साथ उनके मनोबल को बढ़ाना और मुश्किल परिस्थितियों में एक प्रेरणा के रूप में शिक्षकों को अपने जीवन दर्शन के जरिए छात्रों को प्रेरित करते रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा कैसे शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और जो वर्तमान चुनौतियां हैं उनका सामना करने के लिए कैसे युवा पीढ़ी को तैयार कर सकते हैं, उस पर भी विचार साझा किए।