बनासकांठा, 19 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगवार को यहां बनासकांठा के दियोदर में बनास डेयरी के नए प्लांट का उद्घाटन किया। इस अवसर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत में गांव की अर्थव्यवस्थाओं को, माताओं-बहनों के सशक्तिकरण को कैसे बल
भारत के लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में भी यह एक अच्छा कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आलू और दूध का आपस में कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन बनास डेयरी ने यह रिश्ता भी जोड़ दिया। दूध, दही,छाछ, पनीर, फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पेटीज जैसे उत्पादों को भी बनास डेयरी ने किसानों का सामर्थ्य बना दिया है। यह भारत के लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में भी यह एक अच्छा कदम है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘बीते 1-2 घंटों में मैं यहां अलग-अलग जगहों पर गया और डेयरी सेक्टर से जुड़ी सरकारी योजनाओं की लाभार्थियों और पशु पालन बहनों से मेरी विस्तार से बात हुई। इस पूरे समय के दौरान मुझे जो जानकारियां दी गई उससे मैं बहुत प्रभावित हूं।’
उन्होंने कहा कि बनास डेयरी संकुल,चीज़ और हवे प्लांट, ये सभी तो डेयरी सेक्टर के विस्तार में अहम हैं, बनास डेयरी ने ये भी सिद्ध किया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे संसाधनों का भी उपयोग किया जा सकता है। इससे गांवों में स्वच्छता को बल मिल रहा है, पशुपालकों को गोबर का भी पैसा मिल रहा है और गोबर से बायो-CNG और बिजली जैसे उत्पाद तैयार हो रहे हैं। इस पूरी प्रक्रिया में जो जैविक खाद मिलती है, उससे किसानों को बहुत मदद मिल रही है।
एक बायो-CNG प्लांट का लोकार्पण, 4 गोबर गैस प्लांट्स का शिलान्यास
पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां एक बायो-CNG प्लांट का लोकार्पण किया गया है और 4 गोबर गैस प्लांट्स का शिलान्यास हुआ है। ऐसे अनेक प्लांट्स बनास डेयरी देशभर में लगाने जा रही है। ये कचरे से कंचन के सरकार के अभियान को मदद करने वाला है। गोबरधन के माध्यम से एक साथ कई लक्ष्य हासिल हो रहे हैं।
गुजरात आज सफलता की जिस ऊंचाई पर है, वो हर गुजराती को गर्व से भर देता है
पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात आज सफलता की जिस ऊंचाई पर है, विकास की जिस ऊंचाई पर है, वो हर गुजराती को गर्व से भर देता है। इसका अनुभव मैंने कल गांधीनगर के विद्या समीक्षा केंद्र में किया। गुजरात के बच्चों के भविष्य को, हमारी आने वाली पीढ़ियों को संवारने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र एक ताकत बन रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं भारत सरकार के संबंधित मंत्रालयों और अधिकारियों से भी कहूंगा कि विद्या समीक्षा केंद्र का अवश्य अध्ययन करें। विद्या समीक्षा केंद्र जैसा आधुनिक व्यवस्था का लाभ देश के जितने ज्यादा बच्चों को मिलेगा, उतना ही भारत का भविष्य उज्ज्वल बनेगा।
नए डेयरी परिसर और आलू प्रसंस्करण सयंत्र की खासियत
बनासकांठा का नए डेयरी परिसर और आलू प्रसंस्करण सयंत्र 600 करोड़ की लागत से बनाया गया है। नए डेयरी में रोजाना लगभग 30 लाख लीटर दूध का प्रसंस्करण होगा। साथ ही 80 टन मक्खन, एक लाख लीटर आईसक्रीम, 20 टन खोया और छह टन चॉकलेट का निर्माण होगा। आलू प्रसंस्करण संयंत्र में फ्रेंच फ्राई, आलू चिप्स और आलू टिक्की, पैटिज सहित अलग-अलग तरह के प्रसंस्कृत आलू उत्पादों का उत्पादन यहां किया जाएगा। जिसमें से कई चीजों का अन्य देशों को निर्यात होगा।