नई दिल्ली, 20 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश व देशवासियों के सपने एक ही हैं और राष्ट्र के विकास में ही देशवासियों की प्रगति भी निहित है। यही भावना और समझ नए भारत के लोगों की सबसे बड़ी ताकत बनती जा रही है। उन्होंने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ब्रह्मकुमारी संस्था द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित ‘आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
ब्रह्मकुमारी संस्था वर्ष पर्यंत करेगी ‘आजादी का अमृत महोत्सव‘ को समर्पित कार्यक्रम
पीएम मोदी ने ब्रह्मकुमारी संस्था द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के प्रति समर्पित वर्ष पर्यन्त चलने वाले कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। इनमें विभिन्न विषयों पर 30 से अधिक अभियान और 15 हजार से अधिक कार्यक्रम शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान ग्रैमी पुरस्कार विजेता रिक्की केज द्वारा गाया और आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित गीत भी जारी किया गया।
संस्था के 7 कार्यक्रमों का भी उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी संस्था के सात कार्यक्रमों का भी उद्घाटन किया। इनमें माई इंडिया, हेल्थ इंडिया, आत्मनिर्भर भारत : आत्मनिर्भर किसान, महिलाएं : भारत की ध्वजवाहक, शांति बस अभियान की शक्ति, अनदेखा भारत साइकिल रैली, संयुक्त भारत मोटरबाइक अभियान और स्वच्छ भारत अभियान के तहत हरित उपाय शामिल हैं।
समानता तथा सामाजिक न्याय की नींव पर आधारित प्रणाली विकसित करने पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि देश को सबके सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने एक ऐसी प्रणाली विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जो भेदभाव रहित हो और समानता तथा सामाजिक न्याय की नींव पर खड़ी हो। उन्होंने कहा कि देशवासियों को एक नया भारत नजर आ रहा है, जहां नए निर्णय लिए जा रहे हैं और जो प्रगति के पथ पर आगे बढ रहा है। भारत ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने मूलस्वरूप को बरकरार रखा है और यही देश की ताकत है।
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ योजना से लिंगानुपात में हो रहा सुधार
नारी शक्ति और महिला स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर देश उनके बलिदान को याद कर रहा है। रानी लक्ष्मीबाई, कित्तूर चेन्नम्मा, अहिल्याबाई होल्कर, सावित्रीबाई फुले ने भारत की पहचान बनाए रखी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की सफलता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना से लिंगानुपात में सुधार हुआ है और यह नए भारत का स्पष्ट संकेत देता है।
यह सोते हुए सपने देखने का नहीं, बल्कि संकल्पों को पूरा करने का समय
पीएम मोदी ने देश की संस्कृति, सभ्यता, मूल्यों, आध्यात्मिकता और विविधता को बनाए रखने पर जोर देते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी, शिक्षा और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बराबर आधुनिक बनाने की जरूरत है। अमृत काल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह सोते हुए सपने देखने का समय नहीं है, बल्कि संकल्पों को पूरा करने का समय है। उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल कड़ी मेहनत, त्याग और तपस्या के होंगे। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो यह हमारी जिम्मेदारी है कि दुनिया भारत को ठीक से जानें।
अपने कर्तव्यों की अनदेखी ने देश को कमजोर करने में बड़ी भूमिका निभाई
राष्ट्र निर्माण में कर्तव्यों के महत्व का जि़क्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने केवल अधिकारों के बारे में बात की और पिछले 75 वर्षों में अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि अपने कर्तव्यों की अनदेखी ने देश को कमजोर करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि लोग देश को कर्तव्य के पथ पर आगे ले जाएंगे तो देश अवश्य ही नई ऊंचाईयों को छुएगा और समाज में व्याप्त बुराइयों का अंत होगा।
देश की छवि खराब करने के लिए चल रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत कुछ चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है, बल्कि देश का सवाल है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि इस कार्यक्रम से दुनिया को भारत की गौरवशाली संस्कृति और इतिहास की झलक देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने, विरासत को विकसित करने, स्थानीय गायन को बढ़ावा देने, स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों को याद करने तथा एक भारत और श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए पिछले साल से आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव में लाखों लोग भाग ले रहे हैं। इस कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।