विशाखापत्तनम, 12 नवम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आंध्र प्रदेश में ओएनजीसी की 2,917 करोड़ रुपये की ‘यू-फील्ड ऑनशोर डीपवाटर ब्लॉक’ परियोजना राष्ट्र को समर्पित की। यह लगभग 30 लाख मीट्रिक मानक घन मीटर प्रति दिन (एमएमएससीएमडी) की उत्पादन क्षमता वाली सबसे गहरी गैस खोज परियोजना है। राज्य के अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन उन्होंने ने आंध्र विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के मैदान से डिजिटल माध्यम से 15,233 करोड़ रुपये की नौ परियोजनाओं की शुरुआत की।
पीएम मोदी ने विशाखापत्तनम रेलवे स्टेशन की महत्वाकांक्षी पुनर्विकास परियोजना की आधारशिला भी रखी। ‘रेल भूमि विकास प्राधिकरण’ की 446 करोड़ रुपये की लागत वाली यह परियोजना इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि विशाखापत्तनम जल्द ही नए दक्षिण तटीय रेलवे जोन का मुख्यालय बनने वाला है।
आज भी विशाखापत्तनम भारत के व्यापार का केंद्र बिंदु
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ये शहर बहुत खास है। यहां हमेशा से ही व्यापार की समृद्ध परंपरा रही है। विशाखापत्तनम प्राचीन भारत का एक महत्वपूर्ण पोर्ट था। हजारों वर्ष पहले इस पोर्ट के जरिए पश्चिमी एशिया और रोम तक व्यापार होता था। आज भी विशाखापत्तनम भारत के व्यापार का केंद्र बिंदु बना हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा – 15 हजार करोड़ से अधिक रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास, आंध्र प्रदेश और विशाखापत्तनम की आकांक्षाओं का माध्यम बनेगी। ये परियोजनाएं आधारभूत संरचना से लेकर ईज ऑफ लिविंग से लेकर आत्मनिर्भर भारत तक कई नए आयाम खोलेंगी, विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी इस अवसर पर मौजूद थे। ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन .. यानि अभियांत्रिकी, खरीद और निर्माण) पर आधारित इस परियोजना का लक्ष्य यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा मुहैया कराना है। पुनर्विकास के बाद स्टेशन पर अत्याधुनिक स्काई-वॉक होगा जिससे यात्रियों को प्लेटफॉर्म आदि पर पहुंचने में बहुत आसानी होगी।
प्लेटफॉर्म के ऊपर एक ‘रूफ प्लाजा’ बनाया जाएगा, जो प्रस्थान हॉल को साझा प्रतीक्षा कक्ष से जोड़ेगा, इससे यात्रियों को आवागमन में सुविधा होगी। इस पुनर्विकास योजना के तहत मल्टी लेवल कार पार्किंग के ऊपर एक व्यावसायिक क्षेत्र, इंटरनेट आधारित स्मार्ट पार्किंग प्रबंधन प्रणाली, खुदरा (दुकान) और दफ्तरों के लिए जगह, प्रतीक्षा कक्ष, चिकित्सकीय आपातस्थिति कक्ष बनाए जाएंगे।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि विशाखापत्तनम रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का स्थानीय अर्थव्यवस्था पर बहुस्तरीय प्रभाव होगा और इससे विकास को गति मिलेगी। उन्होंने बताया, ‘विशाखापत्तनम देश के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है। हाल के समय में आईटी सेक्टर में हुए विकास से शहर में आर्थिक गतिविधियों को काफी लाभ हुआ है।’