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गुजरात : पीएम मोदी ने विश्व के पहले नैनो यूरिया संयत्र का किया उद्घाटन, कहा – देशभर में खुलेंगे 10 नए कारखाने

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गांधीनगर, 28 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने गृह राज्य गुजरात के एक दिवसीय दौरे पर राजधानी गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम में शामिल हुए और कलोल में स्थापित दुनिया के पहले नैनो यूरिया (तरल) संयत्र का उद्घाटन किया।

पीएम मोदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, ‘देश के किसानों को अब यूरिया की कमी नहीं होगी। अब उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी, जो होगी, हम देख लेंगे। आने वाले दिनों देशभर में ऐसे 10 नए कारखानों की स्थापना करेंगे।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज हम आदर्श सहकारी ग्राम की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। गुजरात के छह गांवों को चिह्नित किया गया है, जहां सहकारिता की पूरी व्यवस्था की जाएगी। मुझे आज नैनो यूरिया (तरल) संयंत्र का उद्घाटन करते हुए खुशी हुई।’

 

उन्होंने कहा, ‘यूरिया की एक बोरी की ताकत अब एक बोतल (500 मि.ली.) में संकुचित हो गई है… कल्पना कीजिए कि परिवहन लागत कितनी कम हो जाएगी और छोटे किसानों को लाभ होगा। इस प्लांट की क्षमता 1.5 लाख बोतलों के निर्माण की है, लेकिन आने वाले समय में भारत में ऐसे आठ और प्लांट स्थापित किए जाएंगे।’

पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत उर्वरकों का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और उर्वरक का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। 7-8 साल पहले अधिकतर यूरिया हमारे खेतों तक नहीं पहुंच पाती थी और कालाबाजारी के कारण नष्ट हो जाती थी। नई तकनीकों की कमी के कारण यूरिया कारखाने बंद थे।’

उन्होंने कहा, ‘2014 में हमारी सरकार बनने के बाद, हमने यूरिया की 100% नीम कोटिंग की। इससे देश के किसानों को पर्याप्त यूरिया मिलना सुनिश्चित हुआ। हमने यूपी, बिहार, झारखंड, ओडिशा और तेलंगाना में 5 बंद उर्वरक कारखानों को फिर से शुरू करने का काम किया।’ उन्होंने कहा, ‘यूपी और तेलंगाना की फैक्ट्रियों ने भी उत्पादन शुरू कर दिया है। शेष तीन बहुत जल्द उत्पादन शुरू करेंगे।’

गुजरात के डेयरी क्षेत्र की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘डेयरी क्षेत्र के सहकारी मॉडल का उदाहरण हमारे सामने है। आज भारत विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है, जिसमें गुजरात का बड़ा हिस्सा है। पिछले वर्षों में डेयरी क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी अधिक योगदान दे रहा है।’

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