ग्रेटर नोएडा, 11 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज का युग सिलिकॉन डिप्लोमेसी का युग करार देते हुए कहा है कि भारत इस क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है। यहां इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में आज तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 का शुभारंभ करने के बाद पीएम मोदी ने ये बातें कहीं।
‘यह सही समय है भारत में आने के लिए, आप सही जगह पर हैं‘
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘भारत दुनिया का आठवां देश है, जहां ग्लोबस सेमीकंडक्टर से जुड़ा यह आयोजन हो रहा है। यह सही समय है भारत में आने के लिए। आप सही समय पर सही जगह पर हैं।’ सेमीकॉन इंडिया-2024 में 26 देशों के 836 प्रदर्शक और 50 हजार से अधिक विजिटर भाग ले रहे हैं। इस आयोजन का मकसद यूपी को सेमीकंडक्टर के निर्माण का हब बनाना है।
‘भारत के लिए चिप का मतलब सिर्फ टेक्नॉलोजी भर नहीं‘
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम सेमीकंडक्टर से जुड़े ढांचे पर भी फोकस कर रहे हैं। यह त्रिआयामी है। इसमें सुधारवादी सरकार, बढ़ता मैन्यूफैक्चिंग बेस, तीसरा उभरता बाजार, एक ऐसा बाजार जो तकनीक का स्वाद जानता है। थ्रीडी पावर ऐसा बेस जो कहीं भी मिलना मुश्किल है। भारत के लिए चिप का मतलब सिर्फ टेक्नॉलोजी भर नहीं है। यह करोडों उम्मीदों को पूरा करने का माध्यम है। आज भारत चिप का एक बड़ा उपभोक्ता है। इसी चिप पर हमें दुनिया का सबसे बेहतरीन डिजिटल पबिल्क इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया है। करोना महामारी में जब दुनिया के मजबूत बैंकिंग सिस्टम भी चरमरा गए तो भारत की बैंकिंग व्यवस्था ने शानदार काम किया।’
कम समय में ही 1.5 ट्रिलियन से ज्यादा के निवेश हो चुके
उन्होंने कहा, ‘जो चल रहा है, उसे वैसे ही चलने दिया जाए। आज का युवा भारत इस भावना पर नहीं चलता। आज भारत का मंत्र है चिप की संख्या बढ़ाना, भारत में उत्पादन बढ़ाना। हमने सेमीकंडक्टर उत्पादन को बढ़ाने में कदम उठाए। 50 फीसदी सहायता भारत सरकार दे रही है। राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर मदद कर रही हैं। इन नीतियों के कारण ही कम समय में ही 1.5 ट्रिलियन से ज्यादा के निवेश हो चुके हैं। आज कई प्रोजेक्ट पाइप लाइन में हैं। सेमीकॉन आयोजन भी अद्भुत योजना है। उत्पादन के लिए वित्तीय सहायता दिया जा रहा है।
भारत 5जी हैंडसेट का सबसे बड़ा बाजार बन चुका है
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘इसी वर्ष इंडो पैसिफिक फ्रेमवर्क की सप्लाई चेन काउसिंल का वाइस प्रेसिडेंट चुना गया है। हाल ही में हमने जापान और सिंगापुर सहित कई देशों के साथ समझौते हस्ताक्षर किए। अमेरिका के साथ ही सहयोग लगातार बढ़ रहा है। कुछ लोग सवाल उठाते हैं, भारत इस पर फोकस क्यों कर रहा है। ऐसे लोग डिजिटल इंडिया मिशन का अध्यन करें। इसका मकसद पारदर्शी, प्रभावशाली और लीक प्रूफ ढांचा देना था। अभी एक ताजा रिपोर्ट आई है भारत 5जी हैंडसेट का सबसे बड़ा बाजार बन चुका है। दो साल पहले ही रोल आउट शुरू किया था।’
‘10 वर्षों में 85 हजार इंजीनियर और तकनीशियनों को तैयार करने का लक्ष्य‘
समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए अगले 10 वर्षों में 85 हजार इंजीनियर और तकनीशियनों को तैयार करने का लक्ष्य है। इसके लिए 130 विश्वविद्यालयों को जोड़ा गया है। सेमीकंडक्टर क्षेत्र की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रमों को डिजाइन किया गया है।
‘यह आयोजन भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम‘
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि सेमीकॉन इंडिया-2024 आयोजन भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। सैंमसंग ने अपनी यूनिट की स्थापना के लिए निवेश नोएडा में ही किया है। यूपी पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन के रूप में स्थापित हो रहा है। छह प्रमुख कम्पनियां प्रदेश में स्थापित हैं। स्थानीय प्रतिभा को लाभ उठाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं।
सालाना पांच लाख रोजगार का होगा सृजन
दरअसल, इस आयोजन का मुख्य मकसद भविष्य में सालाना तौर पर पांच लाख से ज्यादा रोजगार पैदा करना है। साथ ही सेमीकंडक्टर में देश को आत्मनिर्भर बनाना है। इसका फायदा एमटेक और बीटेक करने वाले छात्रों के साथ तकनीकी शिक्षकों को भी होगा। निवेश करने वाली कम्पनी में छात्रों को पेड इंटर्नशिप मिलेगी। सालाना 500 से 1000 छात्रों को यहां ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद वे अपना स्टार्टअप भी खोल सकेंगे।