नई दिल्ली, 22 नंवबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘रोज़गार मेला’ कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर 71 हजार से ज्यादा नव नियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। आज का ये विशाल रोज़गार मेला दिखाता है कि सरकार किस तरह सरकारी नौकरी देने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत जैसे युवा देश में हमारे करोड़ों नौजवान इस राष्ट्र की सबसे बड़ी ताकत हैं। अपने युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा, राष्ट्र निर्माण में ज्यादा से ज्यादा उपयोग में आए, इसे केंद्र सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। भारत आज सर्विस निर्यात के मामले में विश्व की एक बड़ी शक्ति बन गया है। अब एक्सपर्ट भरोसा जता रहे हैं कि भारत विश्व का मैन्युफैक्चरिंग पावर हाउस भी बनेगा।
प्रधानमंत्री ने इससे पहले अक्टूबर महीने में ‘‘रोजगार मेला’’ की शुरुआत की थी। उन्होंने एक समारोह में 75,000 नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे। पिछली बार जिन श्रेणियों में युवाओं को नियुक्ति दी गई थी, उनके अतिरिक्त इस बार शिक्षक, व्याख्याता, नर्स, नर्सिंग अधिकारी, चिकित्सक, फार्मासिस्ट, रेडियाग्राफर और अन्य तकनीकी और पैरा मेडिकल पदों पर भी नियुक्ति की जाएगी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के युवाओं को रोजगार के माध्यम से नियुक्ति पत्र देने का यह अभियान ऐसे ही अनवरत जारी रहेगा। प्रधानमंत्री ने युवाओं को राष्ट्र की सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा कि युवाओं की प्रतिभा और उनकी ऊर्जा राष्ट्र निर्माण में ज्यादा से ज्यादा उपयोग में आए, इसे केंद्र सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक इस बार अच्छी खासी संख्या में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा विभिन्न केंद्रीय बलों में भी युवाओं को नियुक्ति दी गई है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने नवनियुक्त कर्मियों के लिए आयोजित किए जाने वाले ऑनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स ‘‘कर्मयोगी प्रारंभ’’ की भी शुरुआत की।
इसमें सरकारी कर्मचारियों के लिए आचार संहिता, कार्यस्थल नैतिकता और ईमानदारी, मानव संसाधन नीतियां और अन्य लाभ व भत्ते से संबंधित जानकारियां शामिल होंगी, जो उन्हें नीतियों के अनुकूल तथा नयी भूमिका में आसानी से ढल जाने में मदद करेंगी। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रालयों और विभागों को स्वीकृत पदों की मौजूदा रिक्तियों को यथाशीघ्र भरने का निर्देश दिया था।