Site icon hindi.revoi.in

संसद टीवी के शुभारंभ पर बोले पीएम मोदी – संसद से जुड़े चैनल भी आधुनिक व्यवस्थाओं के अनुरूप खुद को ढालें

Social Share

नई दिल्ली, 15 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘कन्टेंट इज कनेक्ट’ शब्द का प्रयोग करते हुए संसद से जुड़े चैनलों को नसीहत दी है कि वे भी आधुनिक व्यवस्थाओं के अनुरूप स्वयं को ढालें। बुधवार की शाम संसद टीवी के शुभारंभ के अवसर पर अपने संबोधन में पीएम मोदी ने यह बात कही।

दरअसल, आज लोकसभा और राज्यसभा के दोनों चैनलों को एकीकृत करके संसद टीवी के रूप में नए चैनल की शुरुआत हुई। संसद भवन एनेक्सी के समिति कक्ष आयोजित एक समारोह में उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संयुक्त रूप से इस चैनल का शुभारंभ किया।

बदलते समय में मीडिया और टीवी चैनलों की भूमिका भी तेजी से बदल रही

पीएम मोदी ने कहा, ‘तेजी से बदलते समय में मीडिया और टीवी चैनलों की भूमिका भी तेजी से बदल रही है। 21वीं सदी तो विशेष रूप से संचार और संवाद के जरिए कांत्रि ला रही है। ऐसे में ये स्वाभाविक हो जाता है कि हमारी संसद से जुड़े चैनल भी इन आधुनिक व्यवस्थाओं के हिसाब से खुद को ट्रांसफॉर्म करें।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लिए लोकतंत्र केवल एक व्यवस्था नहीं है, एक विचार है। भारत में लोकतंत्र, सिर्फ संवैधानिक स्ट्रक्चर ही नहीं है, बल्कि वो एक स्पिरिट है। भारत में लोकतंत्र, सिर्फ संविधाओं की धाराओं का संग्रह ही नहीं है, ये तो हमारी जीवन धारा है।’

मेरा अनुभव है – कन्टेंट इज कनेक्ट

पीएम मोदी ने कहा, मेरा अनुभव है कि – कन्टेंट इज कनेक्ट। यानी, जब आपके पास बेहतर कन्टेंट होगा तो लोग खुद ही आपके साथ जुड़ते जाते हैं। ये बात जितनी मीडिया पर लागू होती है, उतनी ही हमारी संसदीय व्यवस्था पर भी लागू होती है क्योंकि संसद में सिर्फ पॉलिटिक्स नहीं है, पॉलिसी भी है।’

उन्होंने कहा, ‘हमारी संसद में जब सत्र होता है, अलग अलग विषयों पर बहस होती है तो युवाओं के लिए कितना कुछ जानने-सीखने के लिए होता है। हमारे माननीय सदस्यों को भी जब पता होता है कि देश हमें देख रहा है तो उन्हें भी संसद के भीतर बेहतर आचरण की, बेहतर बहस की प्रेरणा मिलती है।’

संसद टीवी की शुभारंग संसद का ऐतिहासिक दिन : ओम बिरला

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस अवसर पर कहा कि आज संसद का ऐतिहासिक दिन है, जब लोकसभा और राज्यसभा के दोंनों चैनलों को एकीकृत करके संसद टीवी के रूप में देश की जनता को समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संसद टीवी देश का एकमात्र ऐसा चैनल होगा, जिसके माध्यम से देश के नागरिकों को ग्राम पंचायत से लेकर संसद और सभी लोकतांत्रिक संस्थानों की कार्यप्रणाली तथा जनप्रतिनिधि की भूमिका से परिचित कराने का भी कार्य होगा।

उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस अवसर पर कहा, ‘हम सबसे पुराने लोकतंत्र में से एक हैं और यह आयोजन प्रतीकात्मक रूप से लोकतांत्रिक शासन के तहत मीडिया के बीच महत्वपूर्ण संबंधों को उजागर करता है।’

Exit mobile version