गाजियाबाद, 20 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गाजियाबाद में देश की पहली रैपिड रेल ‘नमो भारत’ के 17 किलोमीटर लंबे पहले खंड का हरी झंडी दिखाकर उद्घाटन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित रहे।
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) यानी रैपिडएक्स ट्रेन के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने बच्चों संग रेल यात्रा का आनंद लिया और ट्रेन और स्टेशन स्टाफ से भी बात की। ‘नमो भारत’ रैपिड रेल कई तरह की हाईटेक सुविधाओं से लैस है।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के 17 किलोमीटर के पहले खंड के बीच साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच के खंड पर साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो समेत पांच स्टेशन हैं। इस सेवा को शनिवार, 21 अक्टूबर से आम यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। दिल्ली-मेरठ तक पूरे 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस को जून, 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने आठ मार्च, 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर की नींव रखी थी। नए विश्वस्तरीय परिवहन बुनियादी ढांचे के निर्माण के जरिए देश में क्षेत्रीय संपर्क को बदलने की प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि के अनुसार आरआरटीएस परियोजना विकसित की जा रही है।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जा रहा है। इसके पूरा होने पर यात्री एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली से मेरठ पहुंच सकेंगे। यह कॉरिडोर गाजियाबाद, मुरादनगर तथा मोदीनगर शहरों को आपस में जोड़ेगा।
पीएमओ ने जानकारी दी है कि एनसीआर में कुल आठ आरआरटीएस कॉरिडोर की पहचान की गई है, जिसमें पहले चरण में तीन कॉरिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर और दिल्ली-पानीपत के क्रियान्वयन को प्राथमिकता दी गई है।