चेन्नई, 8 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दक्षिण भारत के रेल यात्रियों को दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात दी। पहले उन्होंने सिकंदराबाद में सिकंदराबाद-तिरुपति के बीच इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन की शुरुआत की और कुछ घंटे बाद यहां चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
डॉ. एमजीआर चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, जो आधुनिक विशेषताओं और यात्री सुविधाओं से लैस है। उन्होंने ट्रेन में स्कूली छात्रों से भी बातचीत की। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया, ‘यह 5 घंटे 50 मिनट के यात्रा समय के साथ दोनों शहरों के बीच सबसे तेज ट्रेन है, जिससे यात्रा के समय में एक घंटे से अधिक की बचत होगी।’
तमिलनाडु की राजधानी और पश्चिमी औद्योगिक शहर को जोड़ने वाली ट्रेन में स्वदेशी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’, सभी डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे और स्वचालित ‘स्लाइडिंग’ दरवाजों के साथ यात्री सुरक्षा को बढ़ाया गया है। दिव्यांगों के अनुकूल शौचालय, ब्रेल लिपि में सीट हैंडल नंबर, एलईडी लाइट जैसी आधुनिक सुविधाएं और 360 डिग्री घूमने योग्य सीट अन्य विशेषताएं हैं। इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन भी उपस्थित थे।
अपने चेन्नई दौरे के बीच पीएम मोदी ने एक रोड शो किया और श्री रामकृष्ण मठ की 125वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भाग लिया। इस मौके पर राज्य के राज्यपाल आरएन रवि भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने कहा, ‘रामकृष्ण मठ का मैं बहुत सम्मान करता हूं। इस मठ ने मेरे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रामकृष्ण मठ चेन्नई में 125वीं वर्षगांठ मना रहा है। ये मुझे खुशी का एक और कारण देता है। मैं तमिल भाषा, संस्कृति और चेन्नई के माहौल से प्यार करता हूं।’