नई दिल्ली, 31 अगस्त। पीएम मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वंदे भारत आधुनिक होती भारतीय रेलवे का नया चेहरा है। पीएम ने कहा आज शहर में, हर रूट पर वंदे भारत की मांग है। हाई-स्पीड ट्रेनों से लोगों में व्यापार, रोजगार और सपनों को विस्तार देने का भरोसा जगता है। आज देशभर में 102 वंदे भारत रेलवे सेवाएं संचालित हो रही हैं।
पीएम माेदी के ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करते हुए अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस मेरठ-लखनऊ; मदुरै-बेंगलुरु, चेन्नई-नागरकोइल तीन मार्गों की कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी। मेरठ-सिटी-लखनऊ वंदे भारत से लगभग 1 घंटा, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत से 2 घंटे और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत से यात्रा समय में डेढ़ घंटे की बचत होगी।
- वंदे भारत ट्रेनें पर्यटन एवं स्थानीय रोजगार बढ़ाने में सहायक : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनें जहां से भी संचालित होती हैं वहां पर्यटन में वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिला है और रोजगार के नए अवसर भी पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दक्षिण के राज्यों का तेज विकास बहुत जरूरी है। दक्षिण भारत में अपार संसाधन और अवसर हैं। तमिलनाडु और कर्नाटक समेत पूरे दक्षिण का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बीते 10 वर्षों में इन राज्यों में रेलवे की विकास यात्रा इसका उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में हमने तमिलनाडु को 6 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रेलवे बजट दिया है। ये बजट 2014 की तुलना में 7 गुना से अधिक है। इसी तरह कर्नाटक के लिए भी इस बार 7 हजार करोड़ से ज्यादा का बजट आवंटित हुआ है। ये बजट भी 2014 की तुलना में 9 गुना अधिक है। आज मेरठ-लखनऊ रूट पर वंदे भारत ट्रेन के जरिए यूपी और खासकर पश्चिमी यूपी के लोगों को भी खुशखबरी मिली है। मेरठ और पश्चिमी यूपी की क्रांति की धरती है। आज यह क्षेत्र विकास के नई क्रांति का साक्षी बन रहा है।