नई दिल्ली, 23 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत आम बजट में किए गए प्रावधानों पर खुशी जताई और कहा कि यह बजट देश को समृद्धि की ओर लेकर जाएगा। इस बजट में समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है और विशेष रूप से यह युवाओं व मध्यम वर्ग को नई ताकत प्रदान करेगा।
पीएम मोदी ने कहा, ‘ये शक्ति देने वाला बजट है। ये किसानों-युवाओं को प्रगति की राह पर ले जाना वाला बजट है। पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। ये उनकी आर्थिक प्रगति में निरंतरता का बजट है। ये युवाओं को अनगिनत मौके देने वाला बजट है। इस बजट से मिडिल क्लास को नई ताकत मिलेगी। ये जनजातीय समाज, दलित, पिछड़ों को सशक्त करने की मजबूत योजनाओं के साथ आया है। इस बजट से महिलाओं की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।’
‘रोजगार और स्वरोजगार पैदा करना हमारी सरकार की पहचान‘
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस बजट से व्यापारियों, लघु उद्योगों को प्रगति का नया रास्ता मिलेगा। बजट में उत्पादन पर भी बल है, इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी बल है। इससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी और गति को भी निरंतरता मिलेगी। रोजगार और स्वरोजगारों को पैदा करना हमारी सरकार की पहचान रही है। आज का बजट इसे और सुदृढ़ करता है।’
उन्होंने कहा, ‘इस बजट में सरकार ने एमप्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेटिव का एलान किया है। इस योजना के तहत जीवन में पहली नौकरी पाने वाले युवा की पहली तनख्वाह हमारी सरकार देगी। कौशल विकास और उच्च शिक्षा के लिए मदद हो या फिर एक करोड़ नौजवानों को इंटर्नशिप की योजना, इसे युवाओं के, गरीब के, मेरे बेटे-बेटी, देश की टॉप कम्पनियों में काम करेंगे। उनके लिए संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे।’
‘लघु उद्योग देश का केंद्र बना‘
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें हर शहर, हर गांव, हर घर आंत्रप्रेन्योर्स बनाने हैं। हमने बिना गारंटी मुद्रा लोन की लिमिट बढ़ाकर 10 लाख से 20 लाख किया गया है। इससे पिछड़े, दलितों, आदिवासियों को लाभ मिलेगा। हम मिलकर देश को औद्योगिक हब बनाएंगे। देश का एमएसएमई सेक्टर देश का केंद्र बना है। छोटे उद्योगों की बड़ी ताकत हमारा अहम कदम है। इस बजट में उनके लिए ईज ऑफ क्रेडिट बढ़ाने का इंतजाम किया गया है।’
‘हम सब मिलकर भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाएंगे‘
उन्होंने कहा, ‘हम सब मिलकर भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाएंगे। इस बजट में लघु उद्योगों के लिए ऋण की आसानी बढ़ाने वाली नई योजनाओं का एलान किया गया है। विनिर्माण और निर्यात पारिस्थितिकी तंत्र को हर जिले तक ले जाने के लिए बजट में अहम घोषणा की गई है। यह बजट स्टार्टअप, नवप्रवर्तन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए ढेर सारे नए अवसर लेकर आया है।’