नई दिल्ली, 20 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी माह बर्मिंघम में शुरू हो रहे राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने जा रहे भारतीय एथलीटों से सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया और उनसे कहा कि वे स्ट्रेस (तनाव) छोड़ अपनी पूरे स्ट्रेंथ (मजबूती) से खेलें, जी भरकर खेलें, जमकर खेलें और बिना किसी तनाव के खेलें।
28 जुलाई से बर्मिंघम में शुरू हो रहे राष्ट्रकुल खेल, भारत के 215 एथलीट भाग लेंगे
राष्ट्रकुल खेल 2022 बर्मिंघम में 28 जुलाई से लेकर 8 अगस्त तक आयोजित किए जाएंगे। इस आयोजन में कुल 215 एथलीट 19 खेलों की 141 स्पर्धाओं में भाग लेकर राष्ट्रमंडल खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “आप बिना स्ट्रेस के अपने पूरी स्ट्रेंथ से खेलें। आपने जरूर ये सुना होगा कि ‘कोई नहीं है टक्कर में, क्यों पड़े हो चक्कर में’, इसलिए आप इसी एटिट्यूड के साथ कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लें।”
प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा, ’28 जुलाई को बर्मिंघम में जब कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत हो रही है, तो उसी दिन तमिलनाडु में इंटरनेशनल चेस ओलंपियाड का भी आगाज हो रहा है। इसलिए आने वाले दिन भारतीय खिलाड़ियों के लिए अपनी प्रतिभा दुनिया के सामने दिखाने का मौका है।’
शटलर त्रिसा जॉली से गायत्री गोपीचंद और उनकी दोस्ती के बारे में पूछा
पीएम मोदी के एथलीटों के इस संवाद में उनके कोच भी शामिल हुए। करीब 45 मिनट तक हुई बातचीत में पीएम मोदी ने स्टीपलचेज एथलीट अविनाश साबले से भारतीय सेना में उनके अनुभव के बारे में पूछा। वहीं, बैडमिंटन खिलाड़ी त्रिसा जॉली से गायत्री गोपीचंद और उनकी दोस्ती के बारे में पूछा।
प्रधानमंत्री ने हरियाणा की पैरा एथलीट शर्मिला और झारखंड की हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे को प्रतिकूल परिस्थितियों में हार नहीं मानने के उनके जज्बे के लिए भी सराहा। भारोत्तोलक अचिंत शिउले से सिनेमा के उनके शौक को लेकर बात की तो साइकिलिस्ट डेविड बैकहम से पूछा कि नाम बैकहम है तो फुटबॉल खेलने का मन नहीं किया।
टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के दल का भी बढ़ाया था हौसला
गौरतलब है कि पिछले वर्ष प्रधानमंत्री ने टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय एथलीटों के दल के साथ-साथ टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में भाग लेने वाले भारतीय पैरा-एथलीटों के दल के साथ भी बातचीत की थी। पीएम मोदी ने भारतीय दल के देश लौटने के बाद भी उनके साथ मुलाकात और बातचीत की थी।