तिरुचिरापल्ली, 27 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु दौरे के दूसरे दिन आज तिरुचिरापल्ली जिले में एक रोड शो किया। सड़क के दोनों ओर उपस्थित जनसमूह ने उनके काफिले का गर्मजोशी से स्वागत किया। अरियालुर जिले में स्थित गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से पहले पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था और अन्य तैयारियां पूरी कर ली थी।
Honoured to be at Gangaikonda Cholapuram Temple for the Aadi Thiruvathirai Festival. https://t.co/r2huJD0dUm
— Narendra Modi (@narendramodi) July 27, 2025
पीएम मोदी एक भव्य रोड शो के साथ गंगईकोंडा चोलपुरम स्थित बृहदेश्वर मंदिर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने चोलपुरम मंदिर में पूजा की। पीएम मोदी ने इसी क्रम में गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में आदि तिरुवथिराई महोत्सव के साथ महान चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती के उत्सव में भाग लिया।
गौरतलब है कि पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को तमिलनाडु पहुंचे थे। आज वह हेलीकॉप्टर से तिरुचि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आए और ऐतिहासिक चोलगंगम के सूखे तल पर विशेष रूप से तैयार किए गए हेलीपैड पर उतरे। चोलगंगम को पोन्नेरी के नाम से भी जाना जाता है। पोन्नेरी एक विशाल मानव निर्मित झील है, जिसका निर्माण राजेंद्र चोल प्रथम ने एक हजार वर्ष पूर्व प्राचीन चोल राजधानी को जल आपूर्ति के लिए कराया था।
In Gangaikonda Cholapuram, a place associated with culture and spirituality, people came out in large numbers to shower their blessings. It was indeed special to be among them. pic.twitter.com/uX2mZB44mU
— Narendra Modi (@narendramodi) July 27, 2025
हेलीपैड से, प्रधानमंत्री एक भव्य रोड शो के साथ गंगईकोंडा चोलपुरम स्थित बृहदेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुए। मार्ग के दोनों ओर भारी भीड़ जमा थी, जो झंडे लहरा रही थी और उनके स्वागत में नारे लगा रही थी। पूरा गांव उत्सवी माहौल में था, मंदिर नगरी को फूलों, पारंपरिक पताकाओं और चोल-युगीन आकृतियों से खूबसूरती से सजाया गया था। पीएम मोदी ने गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में पूजा की।
गंगईकोंडा चोलपुरम की, जिसका अर्थ है ‘गंगा पर विजय प्राप्त करने वाले चोलों का शहर’, स्थापना राजेंद्र चोल प्रथम ने गंगा के मैदानों में अपने विजयी सैन्य अभियान के बाद की थी। सम्राट ने इसे अपनी नई राजधानी के रूप में स्थापित किया, तथा अपनी शक्ति और दूरदर्शिता के प्रतीक के रूप में भव्य बृहदीश्वर मंदिर और चोलगंगम झील का निर्माण कराया।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की प्राचीन सभ्यतागत विरासत और क्षेत्रीय गौरव का जश्न मनाने के सरकार के प्रयासों को भी उजागर करती है। उल्लेखनीय है, गंगईकोंडा चोलपुरम एक अत्यंत ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व का स्थल है।

