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प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायल के नए पीएम नेफ्टाली को दी बधाई, नेतन्याहू के प्रति भी व्यक्त किया आभार

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नई दिल्ली, 14 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के नए प्रधानमंत्री नेफ्टाली बेनेट को बधाई दी है। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ये ट्वीट अंग्रेजी और इजरायली भाषा हिब्रू में किए गए हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने सत्ता से बेदखल होने के बाद बेंजामिन नेतन्याहू के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।

पीएम मोदी ने बेनेट को दिए बधाई संदेश में लिखा, ‘नेफ्टाली बेनेट को इजरायल का प्रधानमंत्री बनने के लिए बधाई। अगले वर्ष भारत और इजरायल के राजनयिक संबंध कायम होने के 30 साल होने जा रहे हैं। मैं आपसे जल्द ही मिलने की कामना करता हूं और साथ ही दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी में और गहराई आने की उम्मीद है।’

नेतन्याहू के सम्मान में पीएम मोदी ने लिखा, ‘आपके कार्यकाल और नेतृत्व में भारत-इजरायल के रणनीतिक संबंध काफी मजबूत हुए हैं और मैं इसके लिए आभार व्यक्त करता हूं।’

नेतन्याहू के कार्यकाल में भारत-इजरायल के रिश्ते काफी मजबूत हुए थे

गौरतलब है कि बेंजामिन नेतन्याहू के शासनकाल में भारत और इजरायल के रिश्ते काफी मजबूत हुए थे। 2014 में जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी तो इजरायल को लेकर भारत में अलग किस्म का उत्साह दिखा। 2017 में मोदी इजरायल का दौरा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बने।

इसके बाद जनवरी, 2018 इजरायली पीएम नेतन्याहू भी भारत के दौरे पर आए। दोनों नेताओं के दौरे में कई द्विपक्षीय समझौते हुए। नेतन्याहू से पहले वर्ष 2003 में इजरायली पीएम एरियल शरोन भारत आए थे। दिलचस्प यह है कि भारत में उस समय भी अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा की ही सरकार थी।

हालांकि वर्ष 1992 में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने भी इजरायल के साथ भारत के राजनयिक रिश्ते कायम किए थे। उसके बाद से दोनों देशों में कई मोर्चों पर करीबी बढ़ती गई, लेकिन किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने इजरायल जाने का जोखिम नहीं उठाया था। उस समय धारणा यह थी कि अगर कोई भारतीय प्रधानमंत्री इजरायल के दौरे पर जाएगा तो अरब के इस्लामिक देशों में इसका गलत संदेश जाएगा।

यही वजह थी कि वर्ष 2017 से पहले भारत सरकार का कोई भी मंत्री इजरायल जाता था तो फिलीस्तीन जाने की भी रस्मअदायगी करता था। लेकिन पीएम मोदी ने अपने दौरे में उस परम्परा को भी तोड़ दिया था। हालांकि, वर्ष 2018 में वह फिलीस्तीन भी गए थे।

नेतन्याहू और मोदी के बीच गहरी दोस्ती की एक वजह यह भी रही है कि नेतन्याहू की लिकुड पार्टी यहूदी राष्ट्रवाद की बात करती है तो पीएम मोदी की भाजपा हिन्दू राष्ट्रवाद की पक्षधर रही है।

नेतन्याहू से भी ज्यादा दक्षिणपंथी और कट्टर यहूदी राष्ट्रवादी माने जाते हैं नेफ्टाली

अब नए पीएम नेफ्टाली बेनेट को नेतन्याहू से भी ज्यादा दक्षिणपंथी और आक्रामक यहूदी राष्ट्रवादी माना जाता है। इससे पहले नेफ्टाली इजरायल के रक्षा और शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। इन दोनों भूमिका से पहले वह सेना में कमांडर और सफल कारोबारी रहे हैं। फिलहाल यह देखना दिलचस्प रहेगा कि नेफ्टाली के आने के बाद भारत और इजरायल के संबंधों को क्या धार मिलती है।

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