नई दिल्ली, 21 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के गगनयान मिशन की पहली परीक्षण उड़ान को सफलतापूर्वक संपन्न किए जाने पर बधाई दी है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए इसरो को बधाई देते हुए लिखा, ‘यह प्रक्षेपण हमें भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान को साकार करने के एक कदम और करीब ले जाता है। हमारे वैज्ञानिकों को मेरी शुभकामनाएं @इसरो…”
This launch takes us one step closer to realising India’s first human space flight program, Gaganyaan. My best wishes to our scientists at @isro. https://t.co/6MO7QE1k2Z
— Narendra Modi (@narendramodi) October 21, 2023
इसरो ने शनिवार को पूर्वाह्न आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से गगनयान मिशन की पहली परीक्षण उड़ान को लॉन्च किया। 17 किमी की ऊंचाई पर क्रू एस्केप सिस्टम और क्रू मॉड्यूल लॉन्च किया गया। इसके बाद बंगाल की खाड़ी में श्रीहरिकोटा से लगभग 10 किमी दूर समुद्र में इसकी सुरक्षित लैंडिंग हुई। इस मिशन में नौसेना भी शामिल है।
मानव को अंतरिक्ष में भेजने की महत्वाकांक्षी योजना की दिशा में पहला कदम
इसरो ने एकल-चरण तरल प्रणोदक वाले रॉकेट के इस प्रक्षेपण के जरिये मानव को अंतरिक्ष में भेजने के अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘गगनयान’ की दिशा में आगे कदम बढ़ाया। इसरो का लक्ष्य तीन दिवसीय गगनयान मिशन के लिए मानव को 400 किलोमीटर की पृथ्वी की निचली कक्षा में अंतरिक्ष में भेजना और पृथ्वी पर सुरक्षित वापस लाना है।
इसरो के अनुसार, क्रू मॉड्यूल, चालक दल के लिए अंतरिक्ष में पृथ्वी जैसे वातावरण वाला एक रहने योग्य स्थान है, जिसमें एक दबावयुक्त धात्विक ‘आंतरिक संरचना’ और ‘थर्मल सुरक्षा प्रणालियों’ के साथ एक बिना दबाव वाली ‘बाहरी संरचना’ होती है।
यह क्रू इंटरफेस, लाइफ सपोर्ट सिस्टम, एवियोनिक्स और डिसेलेरेशन सिस्टम से भी सुसज्जित है और उतरने से लेकर टचडाउन तक क्रू की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुन: प्रवेश के लिए भी डिजाइन किया गया है।