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पीएम मोदी ने हिमाचल में सैनिकों के साथ मनाई दिवाली, बोले – ‘जब तक बहादुर जवान सीमाओं पर खड़े हैं, भारत सुरक्षित’

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नई दिल्ली, 12 नवम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत रक्षा क्षेत्र में तेजी से एक बड़ी वैश्विक ताकत के रूप में उभर रहा है और इसके सुरक्षा बलों की क्षमताएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में सुरक्षा बलों के साथ दिवाली मनाई और उनके अटूट साहस की सराहना करते हुए कहा कि जब तक देश की सीमाओं पर बहादुर जवान खड़े हैं, तब तक भारत सुरक्षित है।

प्रधानमंत्री ने सीमा के पास तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ दिवाली मनाने के बाद जवानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दुनिया की परिस्थितियां ऐसी हैं कि भारत से उम्मीदें लगातार बढ़ रही हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की वर्दी पहने मोदी ने कहा, ‘ऐसे महत्वपूर्ण समय में यह जरूरी है कि भारत की सीमाएं सुरक्षित रहें और देश में शांति का माहौल रहे और इसमें आपकी बड़ी भूमिका है। भारत तब तक सुरक्षित है, जब तक मेरे बहादुर जवान हिमालय की तरह सीमाओं पर खड़े हैं।’

पीएम मोदी ने कहा, ‘आजादी के बाद, इन बहादुरों (सेना के जवानों) ने कई युद्ध लड़े और देश का दिल जीता… हमारे जवानों ने चुनौतियों का सामना करते हुए विजय हासिल की है। कहा जाता है कि पर्व वहां होता है, जहां परिवार है। त्योहारों पर, परिवार से दूर रहना और सीमाओं पर तैनात रहना कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण है… देश आपका ऋणी है। इसलिए, दिवाली पर, एक दीया आपकी सुरक्षा के लिए है और हर प्रार्थना में लोग आपकी सुरक्षा की कामना करते हैं।’

उन्होंने कहा, ’30-35 साल से ऐसी कोई दिवाली नहीं रही, जो मैंने आपके साथ न मनाई हो। जब मैं न तो प्रधानमंत्री था और न ही मुख्यमंत्री, तब मैंने सीमावर्ती इलाकों में आपके बीच दिवाली मनाई थी।’

मेरे लिए सुरक्षा बलों के तैनाती स्थल किसी मंदिर से कम नहीं

पीएम मोदी ने कहा, “भारत के सैनिक हमेशा अपनी जान जोखिम में डालकर आगे बढ़े हैं और हमेशा साबित किया है कि वे सीमाओं पर ‘सबसे मजबूत दीवार’ हैं। मेरे लिए वह जगह, जहां हमारे सुरक्षा बल तैनात हों, वह किसी मंदिर से कम नहीं है।”

‘हमें अपनी सेना और सैनिकों पर गर्व है

प्रधानमंत्री ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में निकासी और अन्य आपदाओं के दौरान सशस्त्र बलों द्वारा निभाई गई भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा, ‘जब हमें सूडान से लोगों को बाहर निकालना था, तो भारत के बहादुरों ने साहस के साथ मिशन पूरा किया। जब तुर्किये में भूकंप आया तो उन्होंने लोगों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। हमें अपनी सेना और सैनिकों पर गर्व है। मैं देश के आखिरी गांव, जिसे मैं पहला गांव कहता हूं, सुरक्षा बलों के साथ दिवाली मना रहा हूं। यहां से दिवाली की शुभकामनाएं विशेष हैं।’