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पीएम मोदी ने गांधी परिवार को बताया ‘शाही परिवार’, बोले – कांग्रेस ‘देश-विरोधियों’ के साथ गठबंधन करती है

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बेंगलुरु, 3 मई। कर्नाटक चुनाव की मतदान तिथि (10 मई) नजदीक आने के साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं का प्रचार अभियान चरम पर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपवाद नहीं हैं। सूबे में धुंआधार प्रचार कर रहे पीएम मोदी एक तरफ भाजपा को वोट देने की अपील कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी दल कांग्रेस को घेरने में भी कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं।

चुनाव प्रचार के दौरान अपनी जनसभाओं में कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए पीएम मोदी ने अब गांधी परिवार को ‘शाही परिवार’ बताया है। बुधवार को मुदबिद्री में आयोजित पार्टी की चुनावी रैली में उन्होंने कहा, “दिल्ली का ‘शाही परिवार’ (गांधी परिवार) इस कर्नाटक को अपना एटीएम नंबर 1 बनाना चाहता है। वो जीत के बाद कर्नाटक में लूट मचाएंगे, जिस तरह से वो राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में लूट का खुला खेल कर रहे हैं। वहीं भाजपा की नीयत एकदम उलट है। हम कर्नाटक को विकास की नई ऊंचाईयों पर ले जाना चाहते हैं।”

पीएम मोदी ने कहा, “कर्नाटक की जनता के लिए भाजपा का एक ही लक्ष्य है कि हम इस राज्य को औद्योगिक, कृषि विकास, मत्स्य पालन और बंदरगाह के क्षेत्र में नंबर एक बनाना चाहे हैं और इस दिशा में हम काम भी कर रहे हैं। लेकिन वो इस राज्य को लूट का एटीएम नंबर एक बनाना चाहते हैं।’

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को अराजकता फैलानी वाली पार्टी बताया। कांग्रेस को सूबे के विकास का दुश्मन बताते हुए उन्होंने कहा, “जो भी राज्य प्रगति करना चाहते हैं, वे कांग्रेस को ‘बस भैया, बहुत हो गया’ कहते हुए पहले ही खारिज कर देते हैं क्योंकि कांग्रेस ने बीते 70 सालों में केवल एक परिवार का विकास किया और उसे ‘शाही परिवार’ बना दिया।”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा ब्रिटेन में लोकतंत्र पर की गई उनकी टिप्पणी को लेकर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आज की तारीख में जब पूरी दुनिया भारत के विकास को देख रही है, कांग्रेस के शहजादे दुनियाभर में घूम-घूम कर देश की उपलब्धियों को बौना बता रहे हैं, देश की छवि को खराब कर रहे हैं।’

प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी रिवर्स गियर में काम करती है, वो कभी आगे जाने के बारे में नहीं सोच सकती है। अपना भाषण खत्म करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “ये कांग्रेस पार्टी ‘देश-विरोधियों’ के साथ गठबंधन करती है, चुनावों को जीतने के लिए भारत-विरोधी ताकतों की मदद लेती है। वो तो ‘देश-विरोधियों’ के खिलाफ मामले वापस लेने वाली पार्टी है। वे आतंकियों के लिए ढाल बनने वाली पार्टी है।”