Site icon hindi.revoi.in

पीएम मोदी ने तोड़ी दशकों पुरानी परंपरा, पहली बार किसी ठहराव के बिना सीधे अमेरिका पहुंचे

Social Share

वाशिंगटन, 23 सितम्बर। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर चार दिवसीय यात्रा पर भारतीय समयानुसार गुरुवार को तड़के लगभग 3.30 बजे वाशिंगटन पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दशकों से चली आ रही परंपरा तोड़ दी और रास्ते में बिना रुके सीधे अमेरिका पहुंचे।

अत्‍याधुनिक एयर इंडिया वन के विमान ने बिना रुके पूरी की 13 घंटे की यात्रा

दरअसल, पिछले कई वर्षों की परंपरा रही है कि अमेरिका जाने वाले प्रधानमंत्री जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में रुकते थे और फिर वहां से अमेरिका के लिए रवाना होते थे। लेकिन इस बार पीएम मोदी कहीं रुके बिना सीधे अमेरिका पहुंच गए। करीब 13 घंटे लंबी इस यात्रा को बिना रुके पूरा करने का श्रेय पीएम मोदी के अत्‍याधुनिक एयर इंडिया वन प्‍लेन को जाता है।

पिछले वर्ष अक्टूबर में बेड़े में शामिल किया गया वीवीआईपी एयरक्राफ्ट

भारत का यह वीवीआईपी एयरक्राफ्ट एयर इंडिया वन राष्‍ट्रपति, उप राष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री को लेकर सफर करता है। इसे अभी पिछले वर्ष अक्‍टूबर में ही एयर इंडिया के बेड़े में शामिल किया गया था। इस विमान को खरीदने में करीब 4,500 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इस विमान में खासियत है कि लंबी दूरी की यात्रा को बिना कहीं बीच में तेल भरे ही पूरा कर सकता है।

भारतीय विमान ने किया पाकिस्‍तानी एयरस्‍पेस का इस्‍तेमाल

अब तक विमान में तेल भरने के लिए विमान को अक्‍सर फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर रोका जाता था। इसके बाद यहां से विमान अमेरिका के लिए रवाना होता था। पीएम मोदी के विमान ने बुधवार को पूर्वाह्न नई दिल्ली से उड़ान भरी और पाकिस्‍तानी एयरस्‍पेस का इस्तेमाल कर अफगानिस्‍तान के हवाई क्षेत्र से बचते हुए ईरान के रास्‍ते अमेरिका पहुंचा। इससे पहले पाकिस्‍तानी पीएम इमरान खान ने भी श्रीलंका की यात्रा करते समय भारत के हवाई क्षेत्र का इस्‍तेमाल किया था।

एयर इंडिया वन पर मिसाइल हमले का भी असर नहीं

ऐसा दूसरी बार है, जब नए नवेले एयर इंडिया वन विमान से पीएम मोदी ने यात्रा की है। इससे पहले वह बांग्‍लादेश की यात्रा पर गए थे। यह नया विमान हवा में उड़ते अभेद्य किले के समान है। 900 किलोमीटर की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम बेहद सुरक्षित इस विमान के अगले हिस्से में जैमर लगा है, जो दुश्मन के रेडार सिग्नल को जाम कर देता है। इस पर मिसाइल हमले का भी असर नहीं होता। यह विमान हवा से हवा में ही फ्यूल भरने में सक्षम है।

Exit mobile version