मोरबी (गुजरात), 1 नवम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य में हुए हादसे के बाद पीड़ितों का दर्द बांटने के लिए आज मोरबी पहुंचे। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ मोरबी केबल पुल के पास घटनास्थल का जायजा लिया और वहां मोरबी सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने हादसे में घायल लोगों से मिलकर उनका हालचाल जाना।
मृतक संख्या बढ़कर 135 तक पहुंची, 170 लोगों को बचाया गया
गौरतलब है कि रविवार की शाम मच्छू नदी पर बना लगभग डेढ़ सौ वर्ष पुराना केबल पुल लोड बढ़ने से अचानक धराशायी हो गया था। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 135 तक जा पहुंची है जबकि घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं 170 लोगों को बचाया गया।
मोरबी आने के बाद पीएम मोदी ने झूलते पुल के पास हुए हादसे की जगह का मुआयना किया। उन्होंने राहत और बचाव कार्य में सहायता करने वाली विभिन्न टीमों और अन्य लोगों से मुलाकात की। उन्होंने सभी रेस्क्यू टीम के सदस्यों से पूछताछ भी की। इसके बाद अस्पताल पहुंच कर घायलों का हालचाल लिया और और हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की।
हादसे के दो दिन बाद भी सर्च ऑपरेशन जारी
उल्लेखनीय है कि मोरबी में हादसे के बाद लगभग 48 घंटे का वक्त होने के बाद भी सर्च ऑपरेशन जारी है। यह कोशिश की जा रही है कि सर्च ऑपरेशन के जरिए लापता लोगों को तलाशा जा सके। इस हादसे में अब तक पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि जिन लोगों पर काररवाई की गई है, वो छोटी मछलियां हैं। किसी बड़े लेवल पर काररवाई अब तक नहीं हुई है।
17 लोग अब भी अस्पताल में भर्ती, दो लोग लापता
गुजरात के आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक मृतक के परिवारों को चार लाख रुपये और पीएमएनआरएफ से प्रत्येक को दो लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। 17 लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं जबकि दो लोग लापता हैं।