नई दिल्ली, 2 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉलदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के बीच मंगलवार को यहां प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने
मॉलदीव को दस करोड डॉलर की अतिरिक्त ऋण सुविधा देगा भारत
पीएम मोदी ने बाद में संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि दोनों नेताओं ने ग्रेटर माले में चार हजार सामुदायिक आवास इकाइयों के निर्माण संबंधी परियोजनाओं की समीक्षा की। इस क्रम में भारत दो हजार इकाइयों के लिए अतिरिक्त वित्तीय सहायता उपलब्ध करायेगा। सरकार ने मॉलदीव को दस करोड डॉलर की अतिरिक्त ऋण सुविधा देने का फैसला किया है ताकि सभी परियोजनाएं निर्धारित समय में पूरी हो जाएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिन्द महासागर क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय अपराध, आतंकवाद और नशीले पदार्थों की तस्करी का मुद्दा गम्भीर है इसलिए पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत और मॉलदीव के बीच निकट सम्पर्क और समन्वय महत्वपूर्ण है।
भारत-मॉलदीव सहभागिता इस क्षेत्र की शांति, स्थिरता और समृद्धि का स्रोत
उन्होंने कहा कि भारत-मॉलदीव सहभागिता न केवल दोनों देशों के नागरिकों के हित में काम कर रही है बल्कि यह इस क्षेत्र की शांति, स्थिरता और समृद्धि का स्रोत भी बन रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी जरूरत के समय या मॉलदीव में संकट की स्थिति में उसकी मदद के लिए आगे आने वाला सबसे पहला देश भारत रहा है और आगे भी रहेगा।
सोलिह बोले – दोनों देशों के संबंध कूटनीति की सीमा से भी आगे
दूसरी तरफ मॉलदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद सोलिह ने कहा कि दोनों देशों के संबंध कूटनीति की सीमा से भी आगे हैं और उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों की पुष्टि होती है।
दोनों नेताओं ने ग्रेटर माले सम्पर्क परियोजना के निर्माण कार्य की पहली झलक देखी
पीएम मोदी और राष्ट्रपति सोलिह ने ग्रेटर माले सम्पर्क परियोजना के निर्माण कार्य की पहली झलक भी देखी। भारत द्वारा वित्त पोषित 50 करोड डॉलर की इस परियोजना से मॉलदीव के लोगों के लिए आर्थिक विकास की गति तेज होगी। दोनों नेताओं के बीच द्वपक्षीय बातचीत के क्रम में भारत और मॉलदीव के बीच साइबर सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और पुलिस ढांचागत विकास सहित अनेक क्षेत्रों में समझौते हुए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे राष्ट्रपति मो. सालिह
मॉलदीव के राष्ट्रपति मो. सालिह आज शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगे। चार दिन की भारत यात्रा पर सोमवार की शाम नई दिल्ली आए थे। उनके साथ अधिकारियों और व्यापारियों का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने कल शाम उनसे मुलाकात की थी। सोलिह का बुधवार को मुंबई जाने का भी कार्यक्रम है।
गौरतलब है कि मॉलदीव हिन्द महासागर क्षेत्र में भारत का महत्वपूर्ण सहयोगी है और भारत की पडोसी पहले की नीति में विशेष स्थान रखता है। हाल के वर्षों में सहयोग के सभी क्षेत्रों में दोनों देशों की सहभागिता में तेजी से वृद्धि हुई है।