गुना (मध्य प्रदेश), 8 नवम्बर। बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दिया गया विवादित बयान अब चुनावी मुद्दा भी बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे सीधे महिलाओं के सम्मान से जोड़ दिया है। उन्होंने बुधवार को मध्यप्रदेश के गुना में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बड़े नेता विधानसभा के अंदर माताओं-बहनों के लिए ऐसी भद्दी बातें कर रहे हैं, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती।
पीएम मोदी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधने के साथ ही विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को भी आड़े हाथ लिया। पीएम मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना कहा, ‘कल आपने अखबार और टीवी पर एक घटना देखी होगी। I.N.D.I. Alliance के एक बहुत बड़े नेता ने, जो इनका झंडा लेकर घूम रहे हैं, विधानसभा में माताओं-बहनों की उपस्थिति में ऐसी भद्दी भाषा में बातें कीं, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। शर्म भी नहीं आई उनको। I.N.D.I Alliance के एक भी नेता ने माताओं-बहनों के इतने भयंकर अपमान पर एक शब्द भी नहीं बोला।’
कल आपने अखबार और टीवी पर एक घटना देखी होगी।
I.N.D.I Alliance के एक बहुत बड़े नेता, जो इनका झंडा लेकर घूम रहे हैं, उस नेता ने विधानसभा में माताओं-बहनों की उपस्थिति में ऐसी भद्दी भाषा में बातें की जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।
शर्म भी नहीं आई उनको।
I.N.D.I Alliance के एक भी… pic.twitter.com/zABwhs43BO
— BJP (@BJP4India) November 8, 2023
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘ये देश का कैसा दुर्भाग्य आया है, कितने नीचे गिरोगे… दुनिया में देश की बेइज्जती कर रहे हो। जो लोग महिलाओं के बारे में ऐसा सोचते हैं, क्या वे आपके लिए कुछ अच्छा कर सकते हैं?’
भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
पीएम मोदी ने कहा, ‘भाजपा सरकार चाहे केंद्र में हो या MP में, माताओं-बहनों की सुविधा और सशक्तिकरण हमारी प्राथमिकता है। भाजपा सरकार में मध्य प्रदेश की 80 लाख से अधिक बहनों को उज्ज्वला योजना के अंतर्गत गैस का कनेक्शन मिला है। इनमें से पौने 2 लाख बहन-बेटियां तो हमारे इस गुना की है।’
भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘स्वयं सहायता समूह के माध्यम से हमारी ग्रामीण बहनों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का भी एक बहुत बड़ा अभियान हमने चलाया है। भाजपा की केंद्र सरकार ने इन समूहों को बैंकों से मिलने वाले लोन की राशि दोगुनी कर दी है। पहले इन समूहों को बिना गारंटी 10 लाख रुपये तक का ही लोन मिलता था, अब यह राशि बढ़ाकर हमने 20 लाख कर दी है।’
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में मंगलवार को जातिगत जनगणना और आर्थिक सर्वे के आंकड़ों की रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महिलाओं को शिक्षित किया जाना चाहिए क्योंकि इससे वे संभोग के परिणामस्वरूप गर्भधारण से बच सकेंगी। नीतीश ने अपने भाषण के दौरान ऐसे शब्दों का प्रयोग भी किया, जिसे न हूबहू लिखा जा सकता है न बोला जा सकता है। इसके बाद से ही सियासी बयानबाजी जारी है।