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पीएम मोदी पोलैंड में भारतीय समुदाय से बोले – ‘भारत युद्ध नहीं, शांति में विश्वास करता है’

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वारसॉ, 21 अगस्त। दो यूरोपीय देशों के दौरे के पहले चरण में पोलैंड पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यहां भारतीय समुदाय को संबोधित किया और मौजूदा समय दुनिया के कुछ हिस्सों में छिड़े युद्ध के संदर्भ में कहा कि भारत युद्ध, नहीं शांति में विश्वास करता है।

शानदार स्वागत के लिए भारतीय समुदाय का जताया आभार

पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय का अभिवादन करते हुए कहा, ‘आप सभी पोलैंड के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं। सबकी अलग-अलग भाषाएं हैं, बोलियां हैं, खान-पान हैं, लेकिन आप सभी भारतीयता के भाव से जुड़े हुए हैं। आपने यहां इतना शानदार स्वागत किया है, मैं आप सभी का, पोलैंड की जनता का इस स्वागत के लिए बहुत आभारी हूं।’

आज का भारत सबसे जुड़ना चाहता है

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दशकों तक, भारत की नीति थी कि सारे देशों से समान दूरी बनाए रखो जबकि आज के भारत की नीति है, सारे देशों से नजदीकी बनाओ। आज का भारत सबसे जुड़ना चाहता है, आज का भारत सबके विकास की बात करता है, आज का भारत सबके साथ है, सबके हित की सोचता है।  हमें गर्व है कि आज दुनिया, भारत को विश्व बंधु के रूप में सम्मान दे रही है।’

45 साल बाद कोई भारतीय पीएम पोलैंड आया

पीएम मोदी ने कहा, ‘पोलैंड में भारतीयों का उत्साह अद्भुत है। 45 साल बाद कोई भारतीय पीएम पोलैंड आया है। बहुत सारे अच्छे काम मेरे नसीब में हैं। आज का भारत सबके हित में सोचता है। जिसको किसी ने जगह नहीं दी, उसको भारत से आसरा दिया। भारत ने दिल में भी रखा और जमीन भी दी।’

गुजरात भूकंप के समय सबसे पहले पोलैंड ने मदद की

पोलैंड का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘पोलैंड भारत के सनातन भाव का साक्षी है। हमारे लिए ये जियो पॉलिटिक्स का नहीं, संस्कारों का विषय है। गुजरात भूकंप के समय सबसे पहले पोलैंड ने मदद की। यूक्रेन से लौटे छात्र पोलैंड की तारीफ करते हैं।’

भारतीयों की काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया मानती है

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत अपनी विरासत पर गर्व करते हुए आगे बढ़ रहा है। भारतीयों की काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया मानती है। भारतीय पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी संकट के समय भारत सबसे पहले पहुंचता है। 150 से ज्यादा देशों को कोविड के समय भारत ने वैक्सीन दी। उन्होंने कहा कि भारत युद्ध नहीं, शांति में विश्वास करता है। ये युद्ध का युग नहीं है। भारत इस इलाके में भी शांति चाहता है। भारत डिप्लोमेसी और डॉयलॉग पर जोर देता है। भारत बुद्ध का देश, इसलिए शांति पर विश्वास करता है।

लोकसभा चुनाव में 64 करोड़ लोगों ने वोटिंग की

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत एक वाइब्रेंट डेमोक्रेसी है। भारत के लोगों का डेमोक्रेसी में अटूट विश्वास है। मानवता ही भारत का मंत्र है। चुनाव पर भारत के लोगों का भरोसा एक अटूट ताकत है। लोकसभा चुनाव में 64 करोड़ लोगों ने वोटिंग की। पीएम मोदी ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प है। आज का भारत सॉल्यूशन पर काम कर रहा है। पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले।

10 साल में 3 पोलैंड जितने घर दिए

उन्होंने कहा कि 10 साल में तीन पोलैंड जितने घर दिए हैं। सात लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाए गए हैं। आज भारत के 20 शहरों में मेट्रो की सुविधा है। दो साल के भीतर हर जिले में 5G नेटवर्क पहुंचा। भारत जो भी करता है, रिकॉर्ड बन जाता है। भारत ने 100 से ज्यादा सैटेलाइट एक साथ लॉन्च किए। चंद्रमा पर जहां कोई नहीं पहुंचा, वहां भारत पहुंचा। भारत का स्पीड और स्किल पर फोकस है।

जाम साहब नवानगर मेमोरियल पर अर्पित की श्रद्धांजलि

भारतीय समुदाय को संबोधन से पहले पीएम मोदी ने वारसॉ में जाम साहब ऑफ नवानगर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के मोंटे कैसिनो स्मारक का दौरा किया और कैसिनो स्मारक और कोल्हापुर परिवार के स्मारक पर श्रद्धांजलि दी, जो एक दूसरे के बगल में स्थित है।

जाम साहब ऑफ नवानगर स्मारक जाम साहब दिग्विजय सिंह जी रणजीत सिंह जी को समर्पित है, जो नवानगर (अब जामनगर) के पूर्व महाराजा थे। 1942 में महाराजा ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान USSR से लाए गए शरणार्थी पोलिश बच्चों के लिए जामनगर में पोलिश चिल्ड्रन कैंप की स्थापना की थी।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मानवता और करुणा एक न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण विश्व की महत्वपूर्ण नींव हैं। वारसॉ में नवानगर मेमोरियल के जाम साहब जाम साहब दिग्विजयसिंहजी रणजीतसिंहजी जाडेजा के मानवीय योगदान पर प्रकाश डालते हैं, जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के कारण बेघर हुए पोलिश बच्चों को आश्रय और देखभाल सुनिश्चित की। जाम साहब को पोलैंड में डोब्री महाराजा के नाम से याद किया जाता है।

द्वितीय विश्वयुद्ध के मोंटे कैसिनो स्मारक का भी किया दौरा

वहीं मोंटे कैसिनो की लड़ाई द्वितीय विश्व युद्ध में 11 मई से 18 मई, 1944 तक लड़ी गई थी। पोलिश सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा, जिसके कारण 923 पोलिश सैनिक मारे गए। उन्होंने कोल्हापुर स्मारक पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

प्रधानमंत्री ने इसके बारे में एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यह स्मारक कोल्हापुर के महान शाही परिवार को एक श्रद्धांजलि है। यह शाही परिवार द्वितीय विश्व युद्ध की भयावहता के कारण विस्थापित पोलिश महिलाओं और बच्चों को आश्रय देने में सबसे आगे था। छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों से प्रेरित होकर, कोल्हापुर के महान शाही परिवार ने मानवता को हर चीज से ऊपर रखा और पोलिश महिलाओं और बच्चों के लिए सम्मान का जीवन सुनिश्चित किया। करुणा का यह कार्य पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।

पीएम मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन दौरे पर जाएंगे

पीएम मोदी पौलेंड के दो दिवसीय दौरे के बाद अपने यूरोपीय दौरे के दूसरे व अंतिम चरण में 23 अगस्त को युद्धग्रस्त यूक्रेन की राजधानी कीव जाएंगे।