इस्लामाबाद, 24 मार्च। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सरकार गिरने की आशंकाओं के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले एक बार फिर विपक्ष पर हमला बोला है। इस क्रम में उन्होंने विपक्ष को डाकुओं का टोला करार देते हुए उसपर हॉर्स ट्रेडिंग यानी सांसदों को खरीदने का भी आरोप लगाया और पाकिस्तान की जनता से 27 मार्च को उनके साथ निकलने की अपील की है।
इस बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही चुनाव में जाने के दिए संकेत दिए हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान में जल्द चुनाव हो सकता है।
विपक्ष का दावा – इमरान खान के पास अब बहुमत नहीं
दरअसल, पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के करीब दो दर्जन सांसद बागी हो गए हैं। ऐसे में उन पर सत्ता से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। विपक्ष का दावा है कि इमरान सरकार को पता है कि उसके पास बहुमत नहीं है, इसलिए वह अविश्वास प्रस्ताव को टाल रही है।
विपक्ष ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दी थी। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए 25 मार्च को संसद में निचले सदन का सत्र बुलाया है। विपक्ष का दावा है कि इमरान सरकार में सहयोगी पार्टियों ने भी उनका साथ छोड़ दिया है, ऐसे में इमरान खान के पास अब बहुमत नहीं है।
इमरान ने जनता से की खास अपील
इसी क्रम में इमरान खान एक वीडियो जारी कर कहा, खुलेआम इस मुल्क में डाकुओं का टोला, जो 30 वर्षों से देश को लूट रहा है, भ्रष्टाचार कर रहा है, देश के बाहर पैसा भेजा है, वह इकट्ठा हो गया। उन्होंने कहा कि यह टोला इकट्ठे होकर पब्लिक के नुमाइंदों यानी सांसदों को खरीद रहा है। उनके पैसे लगाए जा रहे हैं। खुलेआम खरीदा जा रहा है।
इमरान खान ने कहा, ‘मैं यह चाहता हूं कि मेरी सारी कौम बाहर निकले, सिर्फ एक पैगाम देने के लिए कि हम इसके खिलाफ हैं। जो जुर्म हो रहा है, कौम के खिलाफ, आवाम के खिलाफ, उसके हम खिलाफ हैं। आप चोरी के पैसे से सांसदों के जमीर खरीद रहे हैं। कौम इसके खिलाफ है। मैं चाहता हूं कौम निकले मेरे साथ 27 तारीख को। पूरे पाकिस्तान को पता होना चाहिए कि आगे से किसी की हिम्मत न हो, इस तरह से हॉर्स ट्रेडिंग कर देश की जमहूरियत और कौम को नुकसान पहुंचाए।’
कुल सांसद – 342, बहुमत के लिए जरूरी -172
गौरतलब है कि 342 सांसदों वाली पाकिस्तान की निचली ससंद में बहुमत के लिए जरूरी 172 की संख्या जरूरी है। अभी इमरान खान के साथ 176 सांसद हैं। इनमें तहरीक-ए-इंसाफ के 155, एमक्यूएमपी के सात, पीएमएल-क्यू के पांच और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस के तीन सांसद शामिल हैं।
सहयोगी दलों के साथ इमरान की पार्टी के 24 सांसदों ने भी कर रखी है बगावत
बताया जा रहा है कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इमरान सरकार में सहयोगी पार्टियां MQMP, PML-Q और BAP ने विपक्ष का समर्थन करने का फैसला किया है। वैसे, इमरान सरकार के लिए सिर्फ सहयोगी पार्टियां ही चिंता की बात नहीं है, बल्कि उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के 24 सांसदों ने भी बगावत कर रखी है।