Site icon hindi.revoi.in

‘पिंजरा’ फेम अभिनेत्री संध्या शांताराम का निधन, 87 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस

Social Share

मुंबई, 4 अक्टूबर। हिन्दी व मराठी सिनेमा में गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री और ख्यातिलब्ध फिल्मकार वी. शांताराम की तीसरी पत्नी संध्या शांताराम का निधन हो गया है। उन्होंने 87 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। अभिनय के साथ ही अपने डांस के लिए भी लोकप्रिय संध्या शांताराम का अंतिम संस्कार शनिवार को शिवाजी पार्क स्थित वैकुंठ धाम में किया गया।

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आशीष शेलार ने जताया शोक

महाराष्ट्र सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक मामलों के कैबिनेट मंत्री आशीष शेलार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए यह जानकारी दी। उनकी एक तस्वीर शेयर करते हुए आशीष शेलार ने लिखा, “फिल्म ‘पिंजरा’ की प्रसिद्ध अभिनेत्री संध्या शांताराम के निधन की खबर बेहद दुखद है। उन्होंने मराठी और हिन्दी सिनेमा में अपने अद्भुत अभिनय और नृत्य कौशल से दर्शकों पर एक अनूठी छाप छोड़ी। फिल्म ‘झनक झनक पायल बाजे,’ ‘दो आंखें बारह हाथ,’ और खासकर ‘पिंजरा’ में उनकी अमर भूमिका दर्शकों के दिलों में हमेशा याद रहेगी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें!”

मराठी व हिन्दी सिनेमा में अद्भुत अभिनय और नृत्य कौशल से अनूठी छाप छोड़ी

संध्या शांताराम को मराठी और हिन्दी में अपने शानदार अभिनय और कुशल नृत्य के लिए जाना जाता था। मशहूर फिल्मकार वी. शांताराम ने अपनी दूसरी पत्नी जयश्री से तलाक लेने के एक महीने बाद ही संध्या से शादी कर ली। दोनों ने फिल्म ‘पिंजरा’ में साथ काम किया था।

हालांकि संध्या ने अधिक फिल्में नहीं की हैं, लेकिन उन्हें हिन्दी सिनेमा की कुछ यादगार फिल्मों के लिए जाना जाता है। वी. शांताराम ने 1951 में अपनी फिल्म ‘अमर भूपाली’ के लिए नई प्रतिभाओं की तलाश के दौरान संध्या की प्रतिभा को पहचाना था। फिल्म निर्माता को उनकी मनमोहक आवाज ने प्रभावित किया था। इस फिल्म में संध्या ने एक सिंगर का रोल प्ले किया था।

‘झनक झनक पायल बाजे’ में गोपी कृष्ण के साथ दिखाई दी थीं

संध्या शांताराम को ‘झनक झनक पायल बाजे’, ‘दो आंखें बारह हाथ’, ‘नवरंग’, ‘पिंजरा’ और ‘अमर भूपाली’ जैसी फिल्मों के लिए आज भी याद किया जाता है। फिल्म ‘झनक झनक पायल बाजे’ में वह गोपी कृष्ण के साथ दिखाई दी थीं। इस फिल्म के लिए गोपी ने ही उन्हें डांस सिखाया। फिल्म ने बाद में चार फिल्मफेयर पुरस्कार अपने नाम किए थे।

Exit mobile version