नई दिल्ली, 29 अप्रैल। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में ईंधन की कीमतों में वृद्धि सबसे कम रही है। पुरी ने यह भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने आजीविका के मुद्दे से संबंधित सहकारी संघवाद की सर्वोत्तम भावना की लगातार वकालत की है।
हरदीप पुरी ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि यह (ईंधन मूल्य वृद्धि) 30 प्रतिशत है न कि 80 प्रतिशत। दशकों में मूल वेतन में वृद्धि हुई है। इसके अलावा सरकार विभिन्न श्रेणियों के तहत मुफ्त योजनाएं लेकर आई है।
पुरी ने कहा, ‘हम अब भी महामारी से उबर नहीं पाए हैं। अब भी 80 करोड़ लोगों को खाना खिला रहे हैं और टीकों की देखभाल कर रहे हैं। दो माह पूर्व यूक्रेन में रूस की सैन्य काररवाई हुई और तेल की कीमतें 19.56 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 130 डॉलर हो गईं। केंद्र ने पेट्रोल-डीजल पर 32 रुपये उत्पाद शुल्क लगाया, दिवाली से पहले हमने इसे कम किया और दरें कम हुईं।’
ईंधन क्षेत्र में राज्यों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए
उन्होंने कहा कि बोझ बंटवारा समान नहीं होना चाहिए, केंद्र ने ईंधन क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी संभाली है और राज्यों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हम ईरान जैसे खाड़ी देशों के करीब स्थित हैं, जिसमें बहुत सारा तेल है। रूस के साथ हमारे ऊर्जा संबंध हैं, हम उनसे कच्चा तेल खरीदते हैं लेकिन हमारा कुल आयात 0.2 फीसदी से अधिक नहीं है। अगर शर्तें सही हैं तो हम खरीदने के लिए तैयार हैं, हमें अपने हितों का ध्यान रखना होगा।’