न्यूयॉर्क, 29 नवम्बर। ह्वाट्सएप ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें दावा किया गया था कि भारत सहित कई देशों के 50 करोड़ उपयोगकर्ताओं के संपर्क सूत्र इंटरनेट पर बिक्री के लिए रखे गए थे। मीडिया रिपोर्टों में यह जानकारी दी गई है।
WhatsApp के एक प्रवक्ता ने साइबरन्यूज की रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा, “साइबरन्यूज पर लिखा गया दावा निराधार स्क्रीनशॉट पर आधारित है। WhatsApp से ‘डेटा लीक’ का कोई सबूत नहीं है। इसके अतिरिक्त, साइबरन्यूज लेख के रिपोर्टर ने भी ट्वीट किया है कि WhatsApp पर डेटा हैक/लीक होने का कोई सबूत नहीं है।”
इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के अनुसार, कथित सूची फोन नंबरों का एक सेट है न कि ‘ह्वाट्सएप उपयोगकर्ता की जानकारी’। साइबरन्यूज ने पहले बताया था कि एक विक्रेता ने लगभग ह्वाट्स एप उपयोगकर्ताओं के डेटाबेस को बिक्री के लिए रखा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि डेटा को हैकर ने स्क्रैपिंग के जरिए इकट्ठा किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर्स के पास करीब 50 करोड़ WhatsApp यूजर्स के फोन नंबर मौजूद हैं। हैकर्स ने इजिप्ट के 45 मिलयन, इटली के 35 मिलियन, साऊदी अरब के 29 मिलियन, फ्रांस के 20 मिलियन और तुर्की के 20 मिलियन यूजर्स का डेटा लीक किया है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि हैकर्स अमेरिकी यूजर्स का डेटा 7,000 डॉलर यानी 5.6 लाख रुपये में बेच रहे थे।