कोलकाता, 30 सितम्बर। पश्चिम बंगाल में भवानीपुर सहित तीन विधानसभा सीटों और ओडिशा की एक सीट पर उपचुनाव के तहत गुरुवार को कमोबेश शांतिपूर्ण मतदान हुआ। भवानीपुर उपचुनाव में खुद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की साख दांव पर लगी है, जिन्हें अपने पद पर बने रहने के लिए यह चुनाव जीतना जरूरी है। वोटों की गिनती तीन अक्टूबर को होगी, जब उम्मीदवारों की हार या जीत का फैसला होगा।
राज्य की हाईप्रोफाइल भवानीपुर सीट पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की प्रत्याशी ममता बनर्जी के मुकाबले भाजपा ने प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है। सीपीएम ने यहां से श्रीजीब बिस्वास को टिकट दिया है। दक्षिण कोलकाता की भवानीपुर सीट के अतिरिक्त पश्चिम बंगाल की दो अन्य विधानसभा सीटों – मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर और समसेरगंज के लिए उपचुनाव में भी वोट डाले गए।
समसेरगंज और जांगीपुर में 70 फीसदी से ज्यादा मतदान
राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि भवानीपुर विधानसभा में शाम पांच बजे तक 53.32 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके मुकाबले मुर्शिदाबाद जिले की समसेरगंज सीट और जांगीपुर सीट पर क्रमश: 78.60 प्रतिशत और 76.12 प्रतिशत की उच्च मतदान दर दर्ज की गई है। अप्रैल-मई के विधानसभा चुनाव के दौरान दो प्रत्याशियों की मौत के कारण इन दोनों सीटों पर चुनाव रद करना पड़ा था।
प्रियंका टिबरेवाल का आरोप – वोट के लिए टीएएमसी ने लोगों को पैसे दिए
मतदान के बीच ही बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल ने आरोप लगाया कि टीएमसी यहां मतदान के लिए लोगों को पैसे दे रही है। प्रियंका ने कहा कि एक शख्स ने उनके सामने इस बात को कबूल किया कि उसे वोट डालने के लिए 500 रुपये दिए गए। वह बंसद्रोनी से था। उन्हें जैसे ही इसके बारे में पता चला, उन्होंने इसकी सूचना तुरंत उपुचनाव से जुड़े अधिकारियों को दी।
प्रियंका ने इससे पहले भवानीपुर के वार्ड नंबर 72 में टीएमसी विधायक मदन मित्रा पर बूथ कैप्चरिंग के मकसद से वोटिंग मशीन को बंद करने का आरोप लगाया था।