श्रीनगर, 25 सितम्बर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में आज दूसरे चरण की 26 सीटों के लिए शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हो गया। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अपराह्न पांच बजे तक 54.00 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। उस समय तक रियासी जिला 71.81 फीसदी वोटिंग के साथ सबसे आगे था।
मतदान अवधि सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक निर्धारित की गई थी। हालांकि कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह से ही ज्यादातर पोलिंग बूथ पर लंबी-लंबी कतारें दिखने लगी थीं और लोग बढ़ चढ़कर मतदान के लिए घरों से निकलते दिखे। चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा देर रात तक अपडेट करता रहेगा।
आधिकारिक आंकड़ों के हिसाब से मतदान में जल्द ही तेजी आई और पहले चार घंटों में करीब एक चौथाई मतदाताओं ने वोट डाल दिया था। आयोग के अनुसार मतदान के पहले दो घंटे में 10.22 फीसदी, पूर्वाहन 11 बजे तक 24.10 फीसदी , अपराह्न एक बजे तक 37 फीसदी और अपराह्न तीन बजे तक 46.12 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में पहले चरण की 24 सीटों पर मतदान 18 सितम्बर को हुआ था। पहले चरण में 61.38 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी। तीसरे चरण की 40 सीटों पर मतदान एक अक्टूबर को होगा। मतगणना आठ अक्टूबर को होगी।
उमर अब्दुल्ला सहित 239 उम्मीदवार मैदान में
दूसरे चरण के मतदान में जिन 239 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला होना है, उनमें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी शामिल हैं। उमर अब्दुल्ला दो सीटों – बडगाम और गांदेरबल से चुनाव लड़ रहे हैं।
अब्दुल्ला के अलावा इस चरण में मतदाता जिन प्रमुख उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे, उनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना शामिल हैं। कर्रा सेंट्रल शाल्टेंग से अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि रैना राजौरी जिले के नौशेरा का प्रतिनिधित्व फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। वह वहां 2014 में विजयी हुए थे।
दूसरे चरण में जिन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, वे छह जिलों में हैं। इनमें से तीन जिले घाटी के और तीन जम्मू संभाग के हैं। इस चरण में श्रीनगर जिले में 93 उम्मीदवार, बडगाम जिले में 46, राजौरी जिले में 34, पुंछ जिले में 25, गांदेरबल में 21 और रियासी जिले में 20 उम्मीदवार मैदान में हैं। निर्वाचन आयोग ने इस चरण में 3,502 मतदान केंद्र बनाए थे। इनमें से 1,056 शहरी क्षेत्र में जबकि 2,446 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में स्थापित किए गए थे।