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नेपाल में 5 मार्च को होंगे संसदीय चुनाव, अंतरिम पीएम सुशीला कार्की तब तक दो दर्जन मंत्रालय खुद संभालेंगी

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काठमांडू, 13 सितम्बर। Gen-Z के हिंसक प्रदर्शनों के कारण तख्तापलट के बाद सुशीला कार्की की अगुआई में अंतरिम सरकार के गठन के अगले ही दिन संकटग्रस्त संसदीय चुनावों की तारीख सामने आ गई। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के कार्यालय ने शनिवार को घोषणा की है कि अगले संसदीय चुनाव पांच मार्च, 2026 को होंगे। यह फैसला नव नियुक्त अंतरिम पीएम सुशीला कार्की की सिफारिश पर लिया गया।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति पौडेल ने Gen-Z समूहों की मांग स्वीकार करते हुए शुक्रवार (12 सितम्बर) को वर्तमान संसद भंग कर दी थी और नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। राष्ट्रपति ने शुक्रवार को ही सरकार को छह माह के भीतर चुनाव कराने का निर्देश दे दिया था।

चुनाव की घोषणा के साथ ही नेपाल में राजनीतिक अनिश्चितता खत्म

इसके साथ ही के.पी. शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद नेपाल में आई राजनीतिक अनिश्चितता खत्म हो गई। ओली को बीते मंगलवार को तब प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था, जब नेपाल के युवा उनकी सरकार के विरोध में सड़कों पर उतर आए। सैकड़ों प्रदर्शनकारी केपी शर्मा ओली के सिंह दरबार स्थित कार्यालय में घुस गए थे और आग लगा दी थी। उनके सामने अपनी जान बचाकर भागने की नौबत आ गई। नेपाली युवाओं में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और सोशल मीडिया प्रतिबंध को लेकर ओली सरकार के खिलाफ भयंकर गुस्सा था।

पीएम सुशीला कार्की खुद संभालेंगी दो दर्जन मंत्रालय

इस बीच मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की रविवार को एक छोटी कैबिनेट का गठन करेंगी। कार्की स्वयं गृह, विदेश तथा रक्षा सहित लगभग दो दर्जन मंत्रालयों का प्रभार संभालेंगी। राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, सुशीला कार्की 14 सितम्बर को अपना पदभार ग्रहण करेंगी और इसी दिन कुछ ही मंत्रियों को शामिल कर मंत्रिपरिषद का गठन किया जाएगा।

सिंह दरबार परिसर स्थित नवनिर्मित भवन में होगा पीएम कार्यालय

सरकारी सूत्रों के अनुसार सिंह दरबार परिसर में ही गृह मंत्रालय के लिए नवनिर्मित भवन को प्रधानमंत्री कार्यालय के रूप में तैयार किया गया है। प्रदर्शनों के दौरान नेपाल सरकार के मुख्यालय सिंह दरबार को आग लगा दी गई थी। नए भवन के आसपास राख हटाने और सफाई का कार्य चल रहा है ताकि प्रधानमंत्री कार्यालय को जल्द से जल्द यहां स्थानांतरित किया जा सके। इससे पहले प्रधानमंत्री कार्की ने शनिवार को काठमांडू के बानेश्वर क्षेत्र में सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहां प्रदर्शनों के दौरान घायल दर्जनों लोगों का इलाज चल रहा है.

राजनीतिक दलों ने की संसद भंग करने की आलोचना

इस बीच नेपाल के प्रमुख राजनीतिक दलों और सर्वोच्च वकीलों की संस्था ने राष्ट्रपति के संसद भंग करने के फैसले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे असंवैधानिक, मनमाना तथा लोकतंत्र पर गंभीर प्रहार करार दिया। भंग हुई प्रतिनिधि सभा (नेपाल की संसद का निचला सदन) के मुख्य ह्विप ने संसद भंग करने के खिलाफ संयुक्त बयान जारी किया।

नेपाल के Gen-Z प्रोटेस्ट में 51 मौतें और सैंकड़ों घायल

स्मरण रहे Gen-Z प्रदर्शनकारियों द्वारा शुरू हुए आंदोलन ने सोशल मीडिया पर नेपोटिज्म और भ्रष्टाचार के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध से शुरुआत की, लेकिन यह जल्द ही हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, प्रधानमंत्री आवास और अन्य प्रमुख स्थलों में आग लगाई, जिससे 51 से अधिक मौतें हुईं और 1,300 से ज्यादा लोग घायल हुए।

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