मुंबई, 12 अगस्त। दिवंगत हो चुके भाजपा के दिग्गज नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे ने महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के विलंबित विस्तार में खुद को जगह न मिलने के बाद यह कहते हुए अपनी निराशा जाहिर की है कि शायद उनमें पर्याप्त योग्यता नहीं है।
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में गठित नई सरकार का कैबिनेट विस्तार सरकार गठन के 40 दिनों बाद हुआ। इतने दिनों तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर पूरी सरकार चलाने की जिम्मेदारी थी। नई सरकार में 18 मंत्री शामिल किए गए हैं, जिसमें नौ भाजपा के और नौ शिंदे गुट के हैं।
‘मैं अपने सम्मान को बनाए रखते हुए राजनीति करने की कोशिश करती हूं‘
कभी भाजपा के शीर्ष नेताओं में शुमार किए जाने वाले दिवंगत प्रमोद महाजन की भतीजी पंकजा ने कहा, ‘कैबिनेट में शामिल किए जाने के लिए मुझमें शायद पर्याप्त योग्यता नहीं है। उनके अनुसार जो योग्य होगा, उसे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। इस पर मेरा कोई रुख नहीं है। मैं अपने सम्मान को बनाए रखते हुए राजनीति करने की कोशिश करती हूं। मैं इस बात की सराहना करती हूं कि पिछली सरकार में मुझे महिला होते हुए भी ग्रामीण विकास का जिम्मा मिला था। महिलाओं को इस तरह के अवसर मिलने चाहिए।’
शिंदे कैबिनेट में एक भी महिला मंत्री नहीं
दिलचस्प यह है कि महाराष्ट्र की नई गठित कैबिनेट में एक भी महिला नहीं है। इसके कारण शिंदे सरकार की काफी आलोचना भी हुई। कांग्रेस ने तो यह आरोप भी लगाया कि भाजपा और उसके सहयोगी महिलाओं को नेतृत्व करने लायक नहीं समझते। हालांकि इस मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कह चुके हैं कि अगले दौर के मंत्रिमंडल विस्तार में महिला विधायकों को निश्चित रूप से शामिल किया जाएगा।