कोलकाता, 8 जून। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा कर दी गई है। राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में आठ जुलाई को एक ही चरण में पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार उम्मीदवार नौ जून से अपना नामांकन दाखिल करना शुरू कर सकते हैं। नामांकन 15 जून तक स्वीकार किए जाएंगे। वोटों की गिनती 11 जुलाई को होगी।
लोकसभा चुनाव से पहले ममता सरकार का होगा तेजाबी परीक्षण
देखा जाए तो पंचायत चुनाव 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार के लिए एक तेजाबी परीक्षण होगा। चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं, जब सत्ताधारी दल भ्रष्टाचार के विभिन्न आरोपों का सामना कर रहा है और सीबीआई और ईडी द्वारा इसके कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।
2018 में पिछला चुनाव व्यापक हिंसा और रक्तपात से प्रभावित था। माना जाता है कि हिंसक घटनाओं ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बड़ी संख्या में मतदाताओं को तृणमूल से दूर कर दिया था, जिसमें भाजपा ने 42 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की और 40.25 फीसदी वोट हासिल किए, जो टीएमसी से सिर्फ तीन फीसदी कम था।
अभिषेक बनर्जी की कूचबिहार से दक्षिण में काकद्वीप तक संपर्क यात्रा जारी
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने ग्रामीण चुनावों से पहले जनता तक पहुंचने के लिए उत्तर बंगाल के कूचबिहार से दक्षिण में काकद्वीप तक दो माह तक चलने वाली 3,500 किलोमीटर की यात्रा शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कई रैलियों को संबोधित कर चुकी हैं।
अभियान को दो भागों में बांटा गया है – ‘जन संजोग यात्रा’ (जन संपर्क अभियान) और ‘ग्राम बांग्लार मोटामोट’ (ग्रामीण बंगाल की राय)। आगामी चुनावों के लिए पसंदीदा उम्मीदवार का निर्धारण करने के लिए पार्टी अपने आउटरीच कार्यक्रम के दौरान मतपत्र अभ्यास कर रही है।
अमित शाह के दौरे के साथ भाजपा ने भी शुरू कर दी है तैयारी
इस बीच भाजपा ने भी पंचायत चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। पिछले महीने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया और राज्य भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक की थी। बैठक में शाह ने नेताओं को राज्य में पार्टी के संगठनात्मक आधार और बूथ-समितियों को मजबूत करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने पर ध्यान देने की सलाह दी थी।