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पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारिन की चेतावनी – आर्थिक सुनामी का सामना करने के लिए तैयार रहें देशवासी

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नई दिल्ली, 28 जनवरी। पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारिन ने देश में लगातार बिगड़ते आर्थिक हालात को रोकने में विफल रहने के लिए शहबाज शरीफ सरकार की जमकर आलोचना करने के साथ देशवासियों को सचेत किया है कि उन्हें ‘मुद्रास्फीति की सुनामी’ का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। इसकी वजह यह है कि सरकार उच्च आयात भुगतान और घटते विदेशी मुद्रा भंडार को थाम पाने में नाकाम रही है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान में सरकार आर्थिक बदहाली को संभाल पाने में नाकाम साबित हो रही है। देश में महंगाई दर रोजाना बढ़ती जा रही है जबकि पाकिस्तानी मुद्रा डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ चुकी है। विदेशी मुद्रा भंडार भी घटकर नौ वर्षों के सबसे निचले स्तर 3.678 अरब डॉलर पर आ गया है।

पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की एक रिपोर्ट के अनुसार पूर्व मंत्री तारिन ने लोगों से नए तरह के टैक्स के हमले झेलने के लिए तैयार रहने को कहा है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) सरकार पर 3.2 ट्रिलियन रुपये का नए कर लगाने के लिए दबाव डाल रहा है और शरीफ सरकार आईएमएफ से बेलआउट लेने के लिए उसकी हर शर्त मानने को तैयार है।

देश पर प्रति माह 123 अरब रुपये का कर्ज बढ़ रहा

शौकत तारिन ने एक संवाददाता सम्मेलन में पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की निराशाजनक तस्वीर पेश करते हुए कहा कि देश पर प्रति माह 123 अरब रुपये का कर्ज बढ़ रहा है। पिछले दो दिनों के दौरान रुपये में गिरावट के कारण देश का कर्ज 4.5 ट्रिलियन रुपये और बढ़ गया है।

पाकिस्तान में महंगाई दर 35% तक जाने वाली है

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जल्द ही आर्थिक सुनामी आने वाली है क्योंकि पाकिस्तान में महंगाई दर 35% तक जाने वाली है। मुद्रास्फीति के तूफान का खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने आगाह किया कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी आसमान छूएंगी और कर्ज के कारण सरकार को बिजली के दाम बढ़ाकर 50 रुपये प्रति यूनिट करना पड़ जाएगा। कुल मिलामकर देश पर महंगाई की सुनामी मंडरा रही है।