इस्लामाबाद, 28 मई। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाया। उन्होंने भारत से जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को बहाल करने का आह्वान करते हुए कहा कि एशिया में स्थायी शांति के लिए भारत को कश्मीर में 5 अगस्त, 2019 के कदम को उलट देना चाहिए।
5 अगस्त, 2019 का एकतरफा और अवैध फैसला रद करना भारत की जिम्मेदारी
पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि भारत को राज्य में धारा 370 को बहाल करना चाहिए ताकि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाया जा सके। उन्होंने कहा, ‘एशिया में शांति के प्रसार के लिए, 5 अगस्त, 2019 का एकतरफा और अवैध फैसला रद करना भारत की जिम्मेदारी है, ताकि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को बातचीत से सुलझाया जा सके।’
बीते माह पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज ने अपने उद्घाटन भाषण में भी कश्मीर का मुद्दा उठाया था। शाहबाज ने तब कहा था, ‘हम क्यों चाहते हैं कि हमारी आने वाली पीढि़यां भुगतें। आइए, संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरियों की अपेक्षाओं के अनुरूप कश्मीर मुद्दे का समाधान करें, ताकि हम सीमा के दोनों ओर गरीबी को समाप्त कर सकें।’
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच उस वक्त तनाव बढ़ गया था, जब नई दिल्ली ने 5 अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करके जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था। इस फैसले पर पाकिस्तान की ओर कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई थी। भारत के इस कदम के बाद इस्लामाबाद ने राजनयिक संबंधों को डाउनग्रेड कर दिया था। हालांकि, भारत ने बार-बार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा है कि अनुच्छेद 370 को खत्म करना उसका आंतरिक मामला है।
देश में आर्थिक संकट के लिए पूर्व पीएम इमरान खान जिम्मेदार
शहबाज शरीफ ने बतौर पीएम अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में देश में आर्थिक संकट के लिए पूर्व पीएम इमरान खान को जिम्मेदार ठहराया। शरीफ का यह संबोधन देश में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के एक दिन बाद आया है।