इस्लामाबाद, 16 मई। भारत के साथ टकराव में हार का सामना करने के कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत को बातचीत का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति के लिए बातचीत करने के लिए तैयार है।
शहबाज शरीफ ने पंजाब प्रांत में कामरा एयरबेस के दौरे पर कही, जहां उन्होंने भारत के साथ हाल ही में हुए सैन्य टकराव में शामिल अधिकारियों और सैनिकों से बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘हम शांति के लिए भारत से बातचीत करने के लिए तैयार हैं।’ हालांकि उन्होंने शांति की शर्तों में कश्मीर मुद्दे का भी जिक्र किया, जिसे भारत पहले ही खारिज कर चुका है। भारत का लगातार कहना है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर तथा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख इसके अभिन्न और अविभाज्य अंग हैं और हमेशा रहेंगे।
कामरा एयरबेस के दौरे पर शहबाज के साथ उप प्रधानमंत्री इशाक डार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू भी मौजूद थे।
वस्तुतः भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले भीषण सीमा पार ड्रोन और मिसाइल हमलों के बीच संघर्ष को समाप्त करने के लिए 10 मई को बनी सहमति के बाद पाक प्रधानमंत्री का किसी रक्षा प्रतिष्ठान का यह दूसरा दौरा था। बुधवार को शहबाज ने सियालकोट में पसरूर छावनी का दौरा किया, जहां उन्होंने सैनिकों से बातचीत की थी।
उल्लेखनीय है कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या का बदला लेने के लिए छह और सात मई की दरम्यानी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
इसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को कई भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। हालांकि, भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन सहित कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला करने के बाद पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा।

