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पाकिस्तान : पीएम इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव पर चला दांव, संसद की काररवाई स्थगित

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इस्‍लामाबाद, 25 मार्च। पाकिस्‍तान में खतरे में प्रतीत हो रही इमरान खान की सरकार ने बड़ा दांव चल दिया और पाकिस्‍तानी संसद की नेशनल असेंबली की काररवाई को अब 28 मार्च सोमवार तक के लिए स्‍थगित कर दिया गया है।

स्पीकर ने एक सांसद की मौत का हवाला दिया

स्‍पीकर ने कहा कि एक सांसद की मौत हो गई है, इसकी वजह से संसद की काररवाई को स्‍थगित किया जाता है। वहीं विश्‍लेषकों का कहना है कि इमरान खान अपनी सरकार को बचाने के लिए ज्‍यादा से ज्‍यादा समय चाहते थे, यही वजह है कि काररवाई स्‍थगित की गई है।

अब 28 मार्च को संसद के पटल पर रखा जाएगा इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब इमरान खान के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव सोमवार, 28 मार्च को संसद के पटल पर रखा जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि नेशनल असेंबली में देखने में ही इमरान खान अल्‍पमत में नजर आ रहे थे और उनके कई सांसद विपक्ष की बेंच पर बैठे हुए थे। यही वजह थी कि इमरान के सांसदों के चेहरे लटके हुए थे।

प्रधानमंत्री इमरान खान की अब कोशिश है कि अगले दो दिनों में किसी तरह से अपने सहयोगी दलों और बागी सांसदों को मनाया जाए। हालांकि इमरान की यह कोशिश सफल होती नहीं दिख रही है। सत्र को स्‍थगित करने के फैसले का विपक्ष ने विरोध किया था, लेकिन स्‍पीकर को मिले संवैधनिक अधिकारों की वजह से काररवाई को स्‍थगित कर दिया गया।

अविश्‍वास प्रस्‍ताव एक माह तक टालने का स्पीकर पर दबाव

इमरान खान के मंत्री दावा कर रहे हैं कि 24 बागी सांसदों में से कई को फिर से वापस लाया जा चुका है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। नेशनल असेंबली के स्‍पीकर पर यह दबाव डाला जा रहा है कि इस अविश्‍वास प्रस्‍ताव को एक महीने तक के लिए टाल दिया जाए। यदि ऐसा होता है तो पाकिस्‍तानी राजनीति में तूफान आ जाएगा और अस्थिरता बढ़ सकती है।

रैली में ताकत दिखाने की कोशिश करेंगे इमरान

एक तरफ विपक्षी दलों को पूरा भरोसा है कि उन्‍होंने 172 के जादुई आंकड़े को हासिल कर लिया है और इमरान खान का जाना तय है। उधर, इमरान खान ने दावा किया है कि वह विपक्ष को आश्‍चर्य में डाल देंगे और इसे वह रविवार को अपनी ‘ऐतिहासिक’ रैली में दिखाएंगे। इसके ठीक एक दिन बाद नेशनल असेंबली में अविश्‍वास प्रस्‍ताव पर वोट होगा। हालांकि इमरान खान का यह दावा भी झूठा साबित हुआ है कि विपक्ष के सांसद उनके साथ हैं।

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