इस्लामाबाद, 30 मार्च। पाकिस्तान में सरकार गिरने की आशंकाओं के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान का बुधवार की शाम प्रस्तावित राष्ट्र के नाम संबोधन स्थगित कर दिया गया है। सत्तारूढ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सीनेटर फैजल जावेद खान ने शाम को इसकी पुष्टि की
फैजल जावेद खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘पीएम इमरान खान का आज के लिए राष्ट्र के नाम संबोधन स्थगित कर दिया गया है।’
وزیراعظم عمران خان کا آج قوم سے خطاب موخر ہو گیا ہے-
— Faisal Javed Khan (@FaisalJavedKhan) March 30, 2022
इससे पहले दिन में आंतरिक मंत्री शेख रशीद ने पत्रकारों से कहा था कि संघीय कैबिनेट की आपात बैठक के बाद प्रधानमंत्री आज शाम राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
सरकार के खिलाफ विदेशी साजिश के सबूत पत्रकारों को दिखाएंगे इमरान
वहीं इमरान खान ने घोषणा की थी कि वह कुछ वरिष्ठ पत्रकारों और पीटीआई के सहयोगियों को उस पत्र के ‘लिखित साक्ष्य’ के बारे में बताएंगे, जिसमें उनके अनुसार सरकार के खिलाफ विदेशी साजिश के सबूत हैं। इमरान ने कहा कि वह अपने आलोचकों को चुप कराना चाहते हैं, जो पत्र को महज नाटक करार दे रहे हैं।
इस घोषणा के बाद रशीद ने खुलासा किया कि सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने 10 पत्रकारों को आमंत्रित किया है, जिन्हें पत्र दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजनीति शुरू हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान तीन अप्रैल को होगा।
एमक्यूएम-पी ने आधिकारिक तौर पर पीटीआई से अलग होने की घोषणा की
इस बीच, एमक्यूएम-पी ने सत्तारूढ़ पीटीआई से अलग होने की घोषणा कर दी और पीएम इमरान खान के खिलाफ अपने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए संयुक्त विपक्ष
एमक्यूएम-पी के संयोजक खालिद मकबूल सिद्दीकी ने कहा कि उनकी पार्टी ने पाकिस्तान के विकास के उद्देश्य से संयुक्त विपक्ष के साथ एक कामकाजी संबंध विकसित करने का फैसला किया है – न कि व्यक्तिगत या पार्टी के लाभ के लिए।
खालिद मकबूल सिद्दीकी कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हम एक ऐसे युग को विकसित करने के लिए काम करेंगे, जहां राजनीतिक मतभेदों को दुश्मनी नहीं माना जाता है, जहां राजनीतिक बदला मौजूद नहीं है, और जहां राजनेता एक-दूसरे को प्रभावित करना शुरू करते हैं।’
खालिद मकबूल का कैबिनेट बैठक में शामिल होने से इनकार
इसके पूर्व दिन में पीएम इमरान के निमंत्रण के बावजूद खालिद मकबूल ने कैबिनेट बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था। पीएम ने बैठक में भाग लेने के लिए खालिद मकबूल और बीएपी के खालिद मैगसी को आमंत्रित किया था। लेकिन मकबूल ने जहां बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया वहीं मैगसी से कोई संपर्क नहीं हो सका।
एमक्यूएम-पी के दो संघीय मंत्रियों का इस्तीफा
इसी क्रम में संघीय मंत्रियों के रूप में कार्यरत एमक्यूएम-पी के दोनों सदस्यों – फारोघ नसीम और अमीनुल हक ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। कानून और न्याय मंत्री नसीम सूचना प्रौद्योगिकी व दूरसंचार मंत्री हक ने एमक्यूएम-पी की राबता समिति से अनुमति मिलते ही प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया।