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पाकिस्तान को झेलनी पड़ी टेस्ट इतिहास की सबसे शर्मनाक हार, मुल्तान में इंग्लैंड पारी व 47 रनों से विजयी

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मुल्तान, 11 अक्टूबर। पिछले माह घरेलू मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ पहली बार टेस्ट सीरीज गंवाने वाली पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की दुर्गति अब भी जारी है और शुक्रवार को उसे 147 वर्ष पुराने टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी पराजय का सामना करना पड़ा, जब मेहमान इंग्लैंड ने मुल्तान क्रिकेट स्टेडियम में पांचवें दिन लंच के पहले ही पारी और 47 रनों से पहला टेस्ट जीत लिया।

पहली पारी में 500 से ज्यादा रन, फिर भी एक पारी से हार गई टीम

वैसे तो टेस्ट क्रिकेट में टीमें अक्सर ही एक पारी व रनों से जीतती रही हैं, उस लिहाज से यह सबसे बड़ी हार नहीं थी वरन पाकिस्तान के माथे कलंक इसलिए लगा कि यह पहली बार है, जब कोई टीम पहली पारी में 500 से ज्यादा रन बनाने के बाद पारी और रनों के अंतर से हारी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था कि कोई टीम पहली पारी में 500 से ज्यादा रन बनाए और पारी के अंतर से हार जाए।

मुल्तान टेस्ट में 27 विकेटों के पतन पर बरसे 1599 रन

वस्तुतः मुल्तान टेस्ट में रनों की बरसात देखने को मिली। इस क्रम में पाकिस्तान ने पहली पारी में तीन बल्लेबाजों के शतकीय प्रहारों से 556 रन बनाए थे तो अंग्रेजों ने करारा जबाव दिया और एक तिहरे शतक व एक दोहरे शतक की मदद से सात विकेट पर 823 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित कर दी। हालांकि दूसरी पारी में पाकिस्तानी टीम 220 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई।

पाकिस्तान की पहली पारी में लगे थे तीन शतक

पाकिस्तान की पहली पारी में तीन बल्लेबाजों – अब्दुल्ला शफीक (102 रन), कप्तान शान मसूद (151 रन) और आगा सलमान (नाबाद 104 रन) ने शतक जड़े थे। इनमें ओपनर शफीक व मसूद ने दूसरे विकेट की साझेदारी में 253 रन जोड़े थे।

इंग्लैंड ने पहली पारी में तोड़े कई रिकॉर्ड, हैरी ब्रूक ने जड़ा तिहरा शतक

ओली पोप की अगुआई में इंग्लैंड टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तो बल्लेबाजों ने कई रिकॉर्ड तोड़ डाले। इनमें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ हैरी ब्रूक ने एक दिनी अंदाज दिखाते हुए तिहरा शतक (317 रन, 322 गेंद, 418 मिनट, तीन छक्के, 29 चौके) जड दिया तो जो रूट दोहरा शतक (262 रन, 375 गेंद, 601 मिनट, 17 चौके) ठोकने के बाद स्थिर हुए। इंग्लिश पारी में तीन शतकीय भागीदारियां देखने को मिलीं।

ब्रूक व रूट ने चौथे विकेट पर जोड़े 454 रन

इनमें ब्रूक व रूट ने तो चौथे विकेट के लिए 454 रनों की विशाल भागीदारी कर दी और मेहमानों ने चौथे दिन सात विकेट पर 823 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी थी। अब पारी की हार से बचने के लिए पाकिस्तान को 268 रनों की दरकार थी, लेकिन जैक लीच (4-30) व साथी गेंदबाजों के सामने मेहमान दल 220 रनों सीमित हो गया।

सबसे ज्यादा शतक लगाए, फिर भी हार गए

पाकिस्तान की ओर से मुल्तान टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक लगाए गए, फिर भी टीम हार गई। ऐसा तीसरी बार हुआ है, जब किसी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा शतक लगे हों और उसे हार का सामना करना पड़ा। 1992 में श्रीलंका-ऑस्ट्रेलिया के बीच कोलम्बो में खेले गए मैच में तीन शतक लगे थे, लेकिन इसमें श्रीलंका को हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले 2022 में भी पाकिस्तान के साथ ऐसा ही हुआ था।

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