इस्लामाबाद, 22 सितम्बर। पाकिस्तान ने बीते सप्ताह न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम का दौरा रद होने के लिए यह कहते हुए भारत पर सारा ठीकरा फोड़ दिया है कि भारत से ही भेजे गए धमकी भरे संदेश के बाद कीवी टीम एक भी मैच खेले बिना पाकिस्तान से लौट गई।
गौरतलब है कि 18 वर्षों बाद पाकिस्तान के दौरे पर आई न्यूजीलैंड टीम रावलपिंडी में 17 सितम्बर को खेले जाने वाले सीरीज के पहले एक दिनी मुकाबले के कुछ घंटे पहले सुरक्षा खतरे का हवाला देते हुए स्वदेश वापसी का फैसला कर लिया था।
ईसीबी भी रद कर चुका है अपनी टीमों का प्रस्तावित पाकिस्तान दौरा
पाकिस्तान ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारत की ओर से न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को एक धमकी भरा ईमेल भेजा गया था, जिसके बाद कीवी टीम को पाक का दौरा रद करना पड़ा। दिलचस्प तो यह है कि न्यूजीलैंड के बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने भी अपनी पुरुष और महिला टीमों का प्रस्तावित पाकिस्तान दौरा रद कर दिया था।
भारत से संबंधित डिवाइस से न्यूजीलैंड टीम को भेजी गई धमकी : फवाद चौधरी
पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम को जिस डिवाइस से धमकी भेजी गई थी, उसका संबंध भारत से था।
फवाद चौधरी ने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकवादी एहसानुल्लाह एहसान के नाम से अगस्त में एक फर्जी पोस्ट बनाया गया था, जिसमें न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड और सरकार को टीम को पाकिस्तान भेजने से बचने को कहा गया था, क्योंकि टीम को निशाना बनाया जा सकता है।
चौधरी ने कहा कि बावजूद इसके न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम पाकिस्तान के दौरे पर आई। हालांकि, पहले मैच के दिन न्यूजीलैंड के अधिकारियों ने कहा कि सरकार को सुरक्षा की चिंता है और इस वजह से दौरा रद किया गया।
हमजा अफरीदी के आईडी का उपयोग कर दूसरा धमकी भरा ईमेल भेजा गया
उन्होंने यह भी कहा कि एक दिन बाद न्यूजीलैंड टीम को हमजा अफरीदी के आईडी का उपयोग करके एक दूसरा धमकी भरा ईमेल भेजा गया था। उन्होंने दावा किया कि जांच अधिकारियों ने पाया कि ईमेल भारत से जुड़े एक उपकरण से भेजा गया था। इसे वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का उपयोग करके भेजा गया था, इसलिए इसके लोकेशन को सिंगापुर के रूप में दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि इसी डिवाइस में 13 अन्य आईडी थे, जिनमें से लगभग सभी भारतीय नाम थे।
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने दर्ज किया है मामला
फवाद ने दावा किया कि कीवी टीम को धमकी देने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला उपकरण भारत का था। एक फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन इसे महाराष्ट्र से भेजा गया था। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने मामला दर्ज किया है और तहरीक-ए-लब्बैक प्रोटोनमेल और हमजा अफरीदी की आईडी पर सहायता और जानकारी के लिए इंटरपोल से अनुरोध किया है।